कोलकाता। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ बने “INDIA” गठबंधन का नेता कौन होगा, इसे लेकर विपक्षी दलों में तकरार है। इस बीच राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होते ही कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने दावा किया है कि विपक्षी गठबंधन राहुल गांधी के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगा। विपक्षी गठबंधन में नेता कौन होगा इस बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में हर एक पार्टी के मुखिया कहते रहे हैं कि फिलहाल यह नहीं सोचा जा रहा है बल्कि भाजपा को सत्ता से हटाना मुख्य मकसद है। इस बीच प्रदीप भट्टाचार्य का इस तरह का बयान निश्चित तौर पर गठबंधन में असहज स्थिति उत्पन्न करने वाली है। भाजपा भी विपक्ष की इस स्थिति को ‘नीतिगत पंगुता’ कहकर लगातार निशाना साध रही है। इस महीने के अंत में विपक्षी गठबंधन की तीसरी मेगा बैठक मुंबई में होगी।
इसके पहले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने दावा किया कि राहुल ने भाजपा की जनविरोधी गतिविधियों को बहादुरी से जनता के समक्ष रखा है और इसलिए उनके खिलाफ मानहानि का केस कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने राहुल के पक्ष में फैसला सुनाया। इस बार उनके नेतृत्व में एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू होगा। विपक्ष उन्हें सामने रखकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगा। प्रदीप ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मैं अक्सर सुनता हूं कि कांग्रेस ने 70 साल में कुछ नहीं किया तो क्या मोदी गुजरात से बैलगाड़ी पर बैठकर दिल्ली आए थे? जब कांग्रेस सत्ता में आई तो देश में हालात अच्छे नहीं थे। कांग्रेस ने ही इसे ठीक किया था। देश के लोगों ने भारत का निर्माण किया।”
पश्चिम बंगाल में 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना का पैसा बकाया होने को लेकर सांसद ने कहा, “राज्य को उसका वाजिब पैसा मिलना ही चाहिए। वह पैसा कहां और कैसे खर्च हो रहा है, इसका भी प्रक्रिया के मुताबिक खुलासा होना चाहिए।” उल्लेखनीय है कि विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस के साथ नीतीश कुमार, लालू और ममता बनर्जी के अलावा वामदलों के नेता भी शरीक हुए हैं।