कांग्रेस ने रेल हादसों के लिए अंग्रेजों को जिम्मेदार नहीं ठहराया : राहुल गांधी

न्यूयॉर्क। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा नीत केंद्र पर अपना हमला तेज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस की पीछे मुड़कर देखने की आदत है और वे हमेशा अतीत के लिए किसी न किसी को दोष देते रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान हुई रेल दुर्घटनाओं के लिए अंग्रेजों को दोष नहीं दिया, लेकिन मंत्री ने जिम्मेदारी ली। न्यूयार्क में जेविट्स सेंटर में सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, भाजपा और आरएसएस भविष्य देखने में अक्षम हैं।

आप उनसे कुछ भी पूछिए, वे पीछे मुड़कर देखते हैं। उनसे पूछिए कि ट्रेन दुर्घटना क्यों हुई, तो वे कहेंगे कि कांग्रेस के समय भी ऐसा हुआ था। जब आप पूछेंगे कि पीरियोडिक टेबल को किताबों से क्यों हटाया गया तो वे कहेंगे कि 60 साल पहले कांग्रेस ने ऐसा किया था। उन्हें पीछे मुड़कर देखने की आदत होती है। एक उदाहरण का हवाला देते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा: आप सभी अपनी कार से यहां आए हैं।

जरा सोचिए कि अगर आपने ड्राइविंग करते समय केवल रियर व्यू मिरर में देखा होता, तो आप दुर्घटनाग्रस्त हो जाते। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, मोदी की यही विशेषता है। वह भारतीय कार को चलाने की कोशिश कर रहे है और हमेशा रियर व्यू मिरर में देखते है और फिर उन्हें समझ नहीं आता कि यह कार क्यों दुर्घटनाग्रस्त हो रही है और आगे नहीं बढ़ रही है।  भाजपा, आरएसएस के साथ भी यही विचार है, आप उनके मंत्रियों को सुनें।

आप उन्हें कभी भविष्य के बारे में बात करते हुए नहीं पाएंगे, वे हमेशा अतीत के बारे में बात करेंगे और किसी न किसी को दोष देंगे। राहुल ने आगे कहा, मुझे एक ट्रेन दुर्घटना याद है जब कांग्रेस सत्ता में थी। कांग्रेस ने ये नहीं कहा कि यह अंग्रेजों की गलती है कि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कांग्रेस के तत्कालीन मंत्री ने अपनी जिम्मेदारी मानी और कहा मैं इस्तीफा दे रहा हूं।’

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग के घंटों बाद बालासोर ट्रेन दुर्घटना पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनकी टिप्पणी आई। बालासोर में शुक्रवार शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे में 275 लोगों की जान चली गई और 1,000 से अधिक घायल हो गए। राहुल गांधी ने कहा, ”हमारे यहां यही समस्या है, हम बहाने बनाते हैं और हम उस वास्तविकता को स्वीकार नहीं कर रहे हैं जिसका हम सामना कर रहे हैं।”

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