कोलकाता: ममता बनर्जी तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बार दिल्ली का दौरा करेंगी। उनके सोनिया गांधी से मिलने की अफवाह पहले से ही थी। हालांकि इस बार वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकती हैं। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
वह राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद से भी मिल सकती हैं। ममता ने हालांकि यह नहीं बताया कि वह दिल्ली कब जा रही हैं। हालांकि सूत्रों ने बताया कि उनके इस महीने राजधानी के दौरे पर जाने की संभावना है।
विधानसभा चुनाव के बाद से राष्ट्रीय राजनीति में ममता का महत्व और भी बढ़ गया है। उन्हें पहले से ही गैर-भाजपा दलों के गठबंधन में एक चेहरे के रूप में देखा जा रहा था। इस बार उनके दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें तेज हो रही हैं। माना जा रहा है कि 2024 को ध्यान में रखकर विपक्ष की खास योजना तैयार की जा रही है।
मुख्यमंत्री ममता की अहम भूमिका हो सकती है। सीएम ममता ने कहा कि मैं इस चुनाव के बाद दिल्ली नहीं जा सकी। दिल्ली में कई पुराने दोस्त मिलते हैं, नए दोस्त भी मिलते हैं। मैंने अभी भी तय नहीं किया है कि कब जाना है। लेकिन चलो। अगर मेरे पास समय होगा तो मैं प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय मांगूंगीा। मैं राष्ट्रपति से भी मिलूंगा।
सूत्रों के मुताबिक वह 24 जुलाई को दिल्ली जा सकतीे हैं। वह 29 जुलाई को कोलकाता लौटेंगी। वह दिल्ली जाकर सोनिया गांधी और अरविंद केजरीवाल से भी मिल सकती हैं। वहीं, अन्य गैर-भाजपा दलों के साथ उनकी मुलाकात की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर 21 जुलाई को टीएमसी का शहीद दिवस है। ऐसे में स्पष्ट है कि तृणमूल 2024 को ध्यान में रखते हुए केवल बंगाल तक सीमित नहीं रहना चाहती है। 21 जुलाई को तृणमूल सुप्रीमो के भाषण का दिल्ली में साउथ एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय में सीधा प्रसारण किया जाएगा।
असम या त्रिपुरा जैसे राज्यों में जहां तृणमूल संगठन पहले से मौजूद है, वहां भाषण सुना जाएगा। हैरानी की बात यह है कि ममता का भाषण गुजरात या उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में सुना जाएगा। ममता के भाषण का सीधा प्रसारण उत्तर प्रदेश के योगी राज्य में एलईडी स्क्रीन से किया जाएगा। ममता इस शहीद दिवस समारोह के बाद दिल्ली जा रही हैं।