कोलकाता। कोरोना और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते एक बार फिर स्थितियां बिगड़ती दिख रही हैं। वायरस की पहली दो लहरों से सबक लेते हुए केंद्र और राज्य सरकारें खासा सतर्क और सक्रिय नजर आ रही हैं। कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू का भी ऐलान कर दिया गया है लेकिन कई जगह लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करने की जिद लिए बैठे हैं। क्रिसमस के दौरान ऐसा ही कुछ देखने को मिला पश्चिम बंगाल के कोलकाता में। यहां मानों सड़कों पर जन सौलाब उमड़ आया हो।
यहां की पार्क स्ट्रीट की कुछ तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसमें क्रिसमस को लेकर हुए आयोजन में जिस तरह की भीड़ दिख रही है, उसे संक्रमण को न्यौता देना ही कहा जाएगा। इधर, शनिवार को ही कोलकाता में एक और ओमिक्रॉन मामले की पुष्टि हुई है। इस बार कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक जूनियर डॉक्टर को संक्रमित पाया गया है।
उन्होंने बुखार की शिकायत की थी जिसके बाद उनके सैंपल कोविड परीक्षण और जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। उन्हें कोलकाता के बेलेघाटा संक्रामक रोग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। संक्रमित जूनियर डॉक्टर नदिया जिले के कृष्णानगर का रहने वाला है और उसकी कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा इतिहास नहीं है।