उमेश तिवारी, हावड़ा। Kolkata Desk : प्रलयंकारी तूफान याश के गुजर जाने के बावजूद गुरुवार को गंगा उफनती नजर आई। गंगा का जलस्तर सबसे ज्यादा बढ़ा हुआ है। पानी रास्ते तक चला आया था, बावजूद इसके गंगा में स्नान करने वालों के उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आई है। बड़े तो बड़े, बच्चे भी इसी उफनती गंगा में बेखौफ तैरते नजर आ रहे थे।
बुधवार को सहकारिता मंत्री अरूप राय गंगा किनारे का जब दौरा करने आये थे तब भारी संख्या में पुलिस बल और एनडीआरएफ की टीम रामकृष्णपुर घाट पर मौजूद थी, जिसके कारण कोई नदी में स्नान करने नहीं उतरा था। इसलिए कोई दुर्घटना नहीं घटी, लेकिन गुरुवार का जो नजारा है उससे यह स्पष्ट हो रहा था कि अगर इस उफनती गंगा में स्नान करने वालों को और तैरने वाले बच्चों को नहीं रोका गया तो कोई बड़ी दुर्घटना कभी भी घट सकती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी एक दो दिन पुलिस को इस घाट की रखवाली करनी चाहिए थी। क्योंकि स्नान करनेवाले कभी भी किसी की नहीं सुनते। साथ ही शिवपुर घाट सहित कई अन्य घाटों पर भी लोगों को स्नान करते देखा गया। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि अभी दो एक दिन लोगों को खतरों से अगाह करता रहे जिससे कि गंगा घाटों पर लोग जाने से परहेज करे।