चेन्नई : कप्तान जो रूट (218) के करियर के पांचवें दोहरे शतक की बदौलत इंग्लैंड ने भारत के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार का खेल समाप्त होने तक अपनी पहली पारी में आठ विकेट पर 555 रन बना लिए। स्टंप्स के डोमिनिक बैस 84 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 28 और जैक लीच 28 गेंदों पर एक चौके के सहारे 6 रन बनाकर नाबाद लौटे। दोनों बल्लेबाजों के बीच नौवें विकेट लिए अब तक 30 रनों की साझेदारी हुई है।
चार गेंदबाजों को मिले दो-दो विकेट : भारत की ओर से ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन और अपना डेब्यू टेस्ट खेल रहे शाहबाज नदीम को दो-दो विकेट मिले। इंग्लैंड की ओर से रूट ने 377 गेंदों पर 19 चौके और दो छक्के लगाए। उनके अलावा बेन स्टोक्स ने 118 गेंदों पर 10 चौके और तीन छक्के की मदद से 82, ओली पोप ने 34, जोस बटलर ने 30, रोरी बर्न्स ने 33 और डॉमिनीक सिब्ले ने 87 रन बनाए। इससे पहले, इंग्लैंड ने अपने पहले दिन के स्कोर तीन विकेट पर 263 रन से आगे खेलना शुरू किया था। कप्तान रूट ने अपनी पारी को 128 रन से आगे बढ़ाया। बेन स्टोक्स नए बल्लेबाज के रूप में मैदान पर उतरे, दोनों बल्लेबाजों ने संभलकर खेलते हुए इंग्लैंड का स्कोर बोर्ड जारी रखा और लंच तक मेहमान टीम को कोई झटका नहीं लगने दिया।
बेन स्टोक्स ने निभाया जो रूट का साथ : विकेट को अच्छी तरह से पढ़ चुके रूट ने 260 गेंदों पर अपना 150 रन पूरा किया। रूट का भारत में टेस्ट में यह तीसरा बेस्ट स्कोर है। स्टोक्स ने भी जिम्मेदारी से खेलते हुए रूट का अच्छा साथ निभाया। भारत के पास 112वें ओवर में अश्विन की गेंद पर स्टोक्स को रन आउट करने का मौका था, लेकिन वाशिंगटन सुंदर का थ्रो ज्यादा दूर था। दोनों बल्लेबाजों ने लंच तक इंग्लैंड को कोई झटका नहीं लगने दिया इंग्लैंड ने दूसरे सेशन की शुरूआत तीन विकेट पर 355 रन से आगे खेलना शुरू किया। रूट ने 156 और स्टोक्स ने अपनी पारी को 63 रनों से आगे बढ़ाया।
नदीम ने तोड़ी साझेदारी : रूट और स्टोक्स के बीच चौथे विकेट के लिए 124 रनों की साझेदारी हुई. लंबी होती जा रही इस साझेदारी को नदीम ने स्टोक्स को चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराकर तोड़ा। स्टोक्स अपनी पारी में 19 रन और जोड़कर टीम के 387 के रूकोर पर चौथे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। स्टोक्स ने 118 गेंदों पर 10 चौके और दो छक्के की मदद से 82 रन बनाए। स्टोक्स के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए आए ओली पोप ने रूट के साथ मिलकर चायकाल तक इंग्लैंड को और कोई झटका नहीं लगने दिया। रूट ने चायकाल से पहले ही अपना दोहरा शतक पूरा कर लिया।