नई दिल्ली : माननीय केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ने आज छात्रों और प्रशिक्षकों के लिए डिजिटल सुरक्षा एवं ऑनलाइन कल्याण और ऑगमेंटेड रियल्टी (एआर) पर पाठ्यक्रम को लॉन्च करने की घोषणा की। यह पाठ्यक्रम केंद्रीय माध्यामिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और फेसबुक की भागीदारी में तैयार किया गया है।
माननीय केंद्रीय मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ने कहा, “मैं सीबीएसई और फेसबुक के शिक्षकों को ऑगमेंटेड रियल्टी और छात्रों के लिए डिजिटल सुरक्षा एवं ऑनलाइन कल्याण में सर्टिफाइड प्रोग्राम पेश करने के लिए बधाई देता हूं। मैं शिक्षकों और छात्रों से 6 जुलाई, 2020 से शुरू होने वाले इस पाठ्यक्रम में अधिक से अधिक भागीदारी के लिए आह्वान करता हूं। ”
छात्रों के लिए ऑनलाइन कल्याण को सुनिश्चित करने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने के उद्देश्य के साथ केंद्रीय माध्यामिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और फेसबुक साथ मिलकर डिजिटल सुरक्षा एवं ऑनलाइन कल्याण और ऑगमेंटेड रियल्टी (एआर) पर एक व्यापक पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं। यह पाठ्यक्रम माध्यमिक स्कूल के छात्रों के लिए है। यह पाठ्यक्रम सीबीएसई की वेबसाइट http://cbseacademic.nic.in/fb/FacebookForEducation.html पर उपलब्ध है। इस भागीदारी का नेतृत्व फेसबुक फॉर एजुकेशन द्वारा किया जा रहा है, जो फेसबुक द्वारा एक वैश्विक पहल है, जिसका उद्देश्य विविध शिक्षण समुदायों का निर्माण करना और दुनिया को नजदीक लाना है।
जैसे कि अधिक युवा यूजर्स ऑनलाइन आ रहे हैं, ऐसे में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि युवा वयस्कों और छात्रों को ऑनलाइन बेहतर सूचित विकल्प बनाने के लिए शिक्षित किया जाए। और इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग करने का कौशल विकसित करने में उनकी मदद की जाए। डिजिटल सुरक्षा और ऑनलाइन कल्याण पर पाठ्यक्रम में सुरक्षा, गोपनीयता, मानसिक स्वास्थ्य जैसे पहलुओं और इंस्टाग्राम का गाइड फॉर बिल्डिंग हेल्दी डिजिटल हेबिट्स को शामिल किया गया है। छात्रों को जिम्मेदार डिजिटल यूजर्स बनने, खतरों और उत्पीड़न की पहचान और रिपोर्ट करने एवं साथ ही साथ गलत जानकारी की रिपोर्ट करने में सक्षम बनाने के लिए इस पाठ्यक्रम को डिजाइन किया गया है। सेंटर फॉर सोशल रिसर्च (सीएसआर) द्वारा दिए जाने वाले प्रशिक्षण में कम से कम 10,000 छात्रों को शामिल किया जाएगा।
इंस्टाग्राम के गाइड फॉर बिल्डिंग हेल्दी डिजिटल हेबिट्स को जेड फाउंडेशन (JED) और YLAC (यंग लीडर्स फॉर एक्टिव सिटिजनशिप) के सहयोग से विकसित किया गया है। इसे शिक्षकों, प्रशिक्षकों और अभिभावकों के लिए तैयार किया गया है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि युवाओं द्वारा इंस्टाग्राम पर खर्च किया जाने वाला समय सकारात्मक, प्रेरणादायक और संतुलित हो। यह युवाओं के लिए सामाजिक-भावनात्मक स्थिति को बेहतर ढंग से समझने के लिए एक मार्गदर्शक है। और यह इंस्टाग्राम या अन्य कोई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग कर स्वस्थ बातचीत के लिए उनका समर्थन करता है।
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सीबीएसई द्वारा पहली बार एआर को एक पाठ्यक्रम के रूप में पेश करने के प्रयास में भागीदारी के तौर पर फेसबुक अपना समर्थन देगा। पहले चरण में, 10,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। दूसरे चरण में 30,000 छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। तीन-सप्ताह का यह प्रशिक्षण, बैच में आयोजित होगा। इसमें एआर के फंडामेंट्ल्स और ऑगमेंटेड रियल्टी अनुभव हासिल करने के लिए फेसबुक के सॉफ्टवेयर, स्पार्क एआर स्टूडियो के उपयोग के तरीकों को कवर किया जाएगा। इसका उद्देश्य प्रशिक्षुओं को अपनी कल्पना को आकार देने, स्वयं के एआर अनुभव का निर्माण और ब्रांड बनाने का अवसर और मंच उपलब्ध कराना है। एआर का प्रायोगिक अनुभव छात्रों को डिजिटल इकोनॉमी में अपना करियर बनाने में मदद करेगा। पहले चरण में प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले शिक्षक दूसरे चरण में 30,000 छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे। SV.CO डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म प्राइवेट लिमिटेड को कार्यान्वयन भागीदार के तौर पर चुना गया है।
पाठ्यक्रम की घोषणा करते हुए, मनोज आहूजा, चेयरपर्सन, सीबीएसई, ने कहा, “सीबीएसई की ओर से, फेसबुक के साथ हमारी भागीदारी की घोषणा करते हुए मुझे काफी खुशी हो रही है। मुझे यह बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि डिजिटल सुरक्षा एवं ऑनलाइन कल्याण, किशोरों के लिए इंस्टाग्राम टूलकिट और ऑगमेंटेड रियल्टी पर पाठ्यक्रम पेश करने वाला सीबीएसई अकेला बोर्ड है। स्कूली पाठ्यक्रम में टेक्नोलॉजी और डिजिटल सुरक्षा को शामिल करना यह सुनिश्चित करेगा कि छात्र न केवल डिजिटल इकोनॉमी में सफल होने के लिए ज्ञान अर्जित कर रहे हैं बल्कि एक सुरक्षित ऑनलाइन माहौल में नई चीज सीख रहे हैं और सहयोग कर रहे हैं।”
अंखी दास, डायरेक्टर, पब्लिक पॉलिसी, इंडिया, साउथ और सेंट्रल एशिया, ने कहा, “वर्तमान में वैश्विक महामारी सबसे गंभीर स्वास्थ्य और मानवीय संकट है, जिसका सामना देश अभी कर रहा है। इसने हमारे जीवन को बहुत अधिक प्रभावित किया है। इसकी वजह से पारंपरिक शिक्षण विधियों में आने वाले व्यवधान को हमनें पहचाना है, जिसने सीखने के वर्चुअल तरीकों की आवश्यकता को जन्म दिया है। भारत में अपने फेसबुक फॉर एजुकेशन प्रोग्राम के माध्यम से, वर्तमान परिदृश्य में सीखने को बढ़ावा देने के लिए हम देश में शैक्षणिक संस्थाओं को सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव, ऑनलाइन कल्याण साथ ही साथ अभिभावको, प्रशिक्षकों और छात्रों के लिए आसान टूलकिट साझा करने में सक्षम बनाना चाहते हैं। एआर पाठ्यक्रम युवा विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम के एक हिस्से के रूप में पहली बार उभरती हुई तकनीक का ज्ञान हासिल करने का अवसर प्रदान करता है। सीबीएसई के साथ साझेदारी कर हम काफी रोमांचित हैं और उम्मीद करते हैं कि यह भागीदारी देश में अधिक शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षित करेगी।”