कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार को लेकर राज्य सरकार की चौतरफा किरकिरी के बाद अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नगर पालिका भ्रष्टाचार की जांच भी शुरू कर दी है। मामले में राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्हें 31 अगस्त को तलब किया गया है। हाल ही में, सीबीआई ने नगरपालिका भर्ती भ्रष्टाचार की जांच में कई स्थानों पर तलाशी ली है। दावा है कि कई दस्तावेज बरामद किये गये हैं।
जांच एजेंसी के मुताबिक, उन दस्तावेजों के आधार पर सुजीत को समन भेजा गया है। 2016 में सुजीत दक्षिण दम दम नगर पालिका के उप प्रमुख थे। सीबीआई का मानना है कि उस वक्त नगरपालिका की नियुक्ति में भ्रष्टाचार हुआ था। उन्हें पूछताछ के लिए 31 अगस्त को सुबह 11 बजे निज़ाम पैलेस में बुलाया गया है।
संयोग से, ईडी ने 19 मार्च को शिक्षक भर्ती मामले में अयन शील को गिरफ्तार किया था। ईडी का दावा है कि साल्ट लेक में अयन के कार्यालय की तलाशी में राज्य की कई नगर पालिकाओं में विभिन्न पदों के लिए नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों की ओएमआर शीट (उत्तर पुस्तिकाएं) मिली हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि पूछताछ के दौरान अयन ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने विभिन्न नगर पालिकाओं में नौकरी दिलाने के बदले कुल 200 करोड़ रुपये लिए थे।
इसके बाद नगर पालिका में नियुक्ति भ्रष्टाचार उजागर हुआ। कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने नगरपालिका की नियुक्ति में हुए भ्रष्टाचार की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा था। राज्य सरकार ने आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। लेकिन शीर्ष अदालत ने राज्य की याचिका खारिज कर दी थी।