डॉ. आर. बी. दास की कविता
इंसान हैं लेकिन फर्क सिर्फ इतना है, कुछ जख्म देते हैं, कुछ जख्म भरते हैं।
ऊषा जैन उर्वशी की रचना : बोलो श्याम
।।बोलो श्याम।। ऊषा जैन उर्वशी झाँक धरा पे ओ कृष्ण कन्हाई कैसी स्वार्थ की आँधी
डॉ. आर.बी. दास की कविता : शुक्रिया
।।शुक्रिया।। डॉ. आर.बी. दास शुक्रिया उन लोगों का जो मुझसे नफरत करते हैं, क्योंकि उन्होंने
कवि सम्मेलन तथा पुस्तक लोकार्पण समारोह संपन्न
वाराणसी। गिरीश पांडेय बनारसी के गजल संग्रह और जय प्रकाश मिश्र धानापुरी की पुस्तक काशी
अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्था- साहित्य अर्पण, दुबई और हंसराज कॉलेज, दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में साहित्यिक चर्चा व परिचर्चा संपन्न
दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्था साहित्य अर्पण, दुबई और हंसराज कॉलेज, दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में
डॉ. आर.बी. दास की कविता
रास्ते पर गति की सीमा है, बैंक में पैसों को सीमा है, परीक्षा में समय
डॉ. विक्रम चौरसिया की कविता : जागो युवाओं, बुलंद अपनी आवाज करो
।।जागो युवाओं, बुलंद अपनी आवाज करो।। डॉ. विक्रम चौरसिया सुनो, राष्ट्र निर्माताओं यह आखिर कैसी
डॉ. आर.बी. दास की कलम से
।।जिंदगी।। डॉ. आर.बी. दास जो है जैसी है मेरी जिंदगी है, हां थोड़े तकलीफों से
ऊषा जैन ‘उर्वशी’ की गजल
।।गजल।। ऊषा जैन ‘उर्वशी‘ गम का तूफान भर गया मौसम दिल को मायूस कर गया
बैरकपुर राष्ट्रगुरु सुरेंद्रनाथ कॉलेज में रिसर्च मेथोडोलॉजी (हिंदी) पर कार्यशाला का आयोजन
कोलकाता। बैरकपुर राष्ट्रगुरु सुरेन्द्रनाथ कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ. मोनोजीत राय के सुझाव से हिंदी विभाग