डीपी सिंह की रचनाएं
कुण्डलिया बीवी बहना बाप की, पत्री रहे खँगाल पुलिस कमिश्नर लुप्त है, अजब राज्य का
ढ़ाबेवाले भाईसाहब (सरदार जी)
रीमा पांडेय : आज मेरी कलम ढ़़ाबेवाले भाईसाहब अर्थात सरदार जी को याद कर रही
डीपी सिंह की रचनाएं
मलिक नवाबी झाड़ रहा है, जैसे कौवा स्याना हो बेगानी शादी में मानो, अब्दुल्ला दीवाना
डीपी सिंह की रचनाएं
कुण्डलिया सूर्पणखा की नाक से, शुरू हई जो डाह कैसे पूरी स्वर्ण की, लंका हुई
अटलश्री काव्य सम्मान समारोह नागपुर सम्बन्धी बैठक सम्पन्न
उज्जैन : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा आगामी 25 एवं 26 दिसम्बर को नागपुर में आयोजित
राष्ट्रीय कवि संगम’ सेंट्रल कोलकाता की मासिक कवि गोष्ठी सम्पन्न
करवा चौथ पर मध्य कोलकाता द्वारा कविगोष्ठी का आयोजन कोलकाता 24 अक्टूबर। करवा चौथ के
डीपी सिंह की रचनाएं
कुण्डलिया एक दिन का पत्नी प्रेम सबके दिल में ले रहा, पत्नी प्रेम हिलोर। शक
डीपी सिंह की रचनाएं
कुण्डलिया नालायक जो देश को, गुटका करता पेश उसे महानायक कहे, पूजे सारा देश पूजे
श्रीराम पुकार शर्मा की कहानी : प्राण वाहक
प्राण वाहक श्रीराम पुकार शर्मा “उस्ताद! आपने जैसा कहा था, वैसा ही पाँच पैकेट भोजन
डीपी सिंह की रचनाएं
कुण्डलिया जैसे ही लेते चरस, गिरी किसी पर गाज बोने चरस समाज में, निकले नेता