कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पर भ्रष्टाचार और घूस लेकर सेटिंग का आरोप लगाते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस अभिजीत गांगुली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि सीबीआई निर्लज्ज है और बड़े पैमाने पर भ्रष्ट है।
प्राथमिक शिक्षक भर्ती मामले में परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़ को लेकर सीबीआई ने अपनी मर्जी से तृणमूल विधायक मानिक भट्टाचार्य के खिलाफ जांच बंद कर दी थी। आरोप लगे थे कि तृणमूल से सीबीआई अधिकारियों की सांठगांठ की वजह से जांच बंद की गई है।
इसे लेकर जस्टिस गांगुली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो पत्र लिखा है उसमें कहा है कि केंद्रीय एजेंसी को ना तो अपनी जिम्मेवारी का एहसास है ना ही केंद्र से जुड़े मर्यादा का। इससे संबंधित एक मामले में सुनवाई भी हुई।
जस्टिस ने कहा कि जांच की प्रक्रिया में जितने बड़े पैमाने पर लापरवाही सीबीआई कर रही है वैसी दूसरी कोई एजेंसी नहीं कर सकती। उन्होंने सीबीआई के अधिकारी अश्विनी सिंघवी को अगली सुनवाई में व्यक्तिगत तौर पर पेश होने का आदेश दिया है।