कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में कांग्रेस पार्षद तपन कंडू हत्याकांड में सीबीआई जांच शुरू होने से पहले ही नया मोड़ आ गया है। बुधवार को इस हत्याकांड के चश्मदीद गवाह निरंजन वैष्णव का शव भी संदिग्ध हालत में मिला है। पुलिस ने बताया कि निरंजन तपन कंडू के करीबी सहयोगी थे और उनका शव झालदा के बैशबपारा में उनके घर में लटका मिला है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि, मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि निरंजन ने सुसाइड नोट में कथित तौर पर दावा किया है कि, कंडू की हत्या मामले में पुलिस उसे बार-बार फोन कर रही थी, जिस कारण वह तनाव में थे। सुसाइड नोट में लिखा है कि, जिस दिन से मैंने तपन की मौत देखी है, मैं मानसिक दबाव में हूं। उसकी मौत का दृश्य मेरे दिमाग में बार-बार आ रहा है और पुलिस बार-बार फोन करके दबाव बढ़ाती जा रही है।
इस सुसाइड नोट में लिखा है कि, मेरे लिया यह तनाव असहनीय होता जा रहा है। मैंने कभी पुलिस स्टेशन का दौरा नहीं किया। इसलिए अब मैंने यह फैसला खुद किया है और मेरी आत्महत्या के पीछे किसी का हाथ नहीं है। वैष्णव का शव उस दिन मिला है जब कांग्रेस ने झालदा में 12 घंटे बंद का आह्वान किया है।
कांग्रेस नेता तपन कंडू पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जिले की झालदा नगर पालिका क्षेत्र से पार्षद चुने गए थे। 13 मार्च को उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच पश्चिम बंगाल पुलिस कर रही थी। वहीं, तपन कंडू की पत्नी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर एक याचिका दाखिल की थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने सोमवार को जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था।