शालबनी (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जातीय दंगों की साजिश रचकर राज्य में मणिपुर जैसी स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रही है। बनर्जी ने राज्य की मंत्री बीरबाहा हंसदा के वाहन पर हमले की निंदा की और कहा कि शुक्रवार की इस घटना के पीछे कुर्मी समुदाय के सदस्यों का नहीं, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं का हाथ था। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख बनर्जी ने दावा किया कि अगले छह महीनों में केंद्र में सत्ता परिवर्तन होगा और ‘‘लोगों के अधिकार बहाल होंगे, और नफरत की राजनीति खत्म हो जाएगी।
उन्होंने पश्चिम मेदिनीपुर जिले के शालबनी में एक रैली में कहा, ‘‘मणिपुर में जातीय हिंसा के पीछे भाजपा का हाथ था। भाजपा पश्चिम बंगाल में विभिन्न समुदायों के बीच इसी तरह के दंगों को भड़काने की कोशिश कर रही है।” उन्होंने कहा, ‘‘वह ऐसी स्थिति पैदा करना चाहती है, जिसमें आदिवासी कुर्मी से लड़ें, ताकि सेना को बुलाया जा सके और सेना को देखते ही गोली मारने का आदेश हो। इलाके में अशांति फैलाने के लिए भाजपा भारी मात्रा में पैसा झोंक रही है।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जातीय दंगों को भड़काने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस महीने की शुरुआत में, मणिपुर में मैतेई और कुकी के बीच जातीय हिंसा में 70 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। हालात पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लगाने के साथ 10,000 सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं।
आदिवासी बहुल जिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी के काफिले पर कथित तौर पर पथराव किया गया और इस काफिले में मंत्री का वाहन भी शामिल था, जो क्षतिग्रस्त हो गया। मुख्यमंत्री ने टीएमसी के जनसंपर्क अभियान ‘तृणमूल नवज्वार’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं कल की हिंसा की निंदा करती हूं जिसमें मंत्री बीरबाहा हंसदा के वाहन पर लाठियों और पत्थरों से हमला किया गया था।
वह एक सम्मानित आदिवासी और मंत्री हैं। कुर्मी समुदाय की आड़ में भाजपा कार्यकर्ता इसके लिए जिम्मेदार थे।” उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र ने मुझसे पूछा है कि मैंने बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) कवायद के लिए कार्यबल का गठन क्यों नहीं किया है। मैं आपको विश्वास दिलाती हूं कि मैं ऐसा नहीं होने दूंगी।