कोलकाता : अंतत: भाजपा नेता सजल घोष को जमानत पर रिहा कर दिया गया। सोमवार को उन्हें बैंकशाल शाल कोर्ट ले जाया गया। बीते कल शाम को बैरकपुर से बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह सजल के घर गए थे। 13 अगस्त को सजल घोष की गिरफ्तारी के बाद मुचिपाड़ा में बवाल शुरू हो गया था। घटना की शुरुआत गुरुवार रात हुई थी। एक युवती द्वारा अभद्रता के आरोप को लेकर उस रात मुचिपाड़ा थाना क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। भाजपा के दो कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाए गए थे।
शिकायत दर्ज कराई गई। सजल घोष विरोध करने के लिए मुचिपाड़ा थाने पहुंचे थे। शुक्रवार को इलाके के एक क्लब में तोड़फोड़ की गई। उसके बाद सजल घोष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। मुचिपाड़ा थाने की पुलिस जब भाजपा नेता को गिरफ्तार करने गई तो इलाका रणक्षेत्र बनता नजर आया। पुलिस कार्रवाई में बाधा डालने का आरोप लगाया गया। भाजपा नेता ने दरवाजा बंद कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
सजल घोष को शनिवार दोपहर बैंकशाल कोर्ट ले जाया गया। पुलिस ने उन्हें 7 दिन की हिरासत में लेकर पूछताछ करने का अनुरोध किया। हालांकि, आवेदन खारिज कर दिया गया था। इसके बजाय, न्यायाधीश ने उन्हें दो दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। सोमवार को उन्हें फिर कोर्ट में पेश किया गया। जज ने उस दिन सजल घोष को जमानत दे दी। गौरतलब है कि भाजपा नेता के खिलाफ हथियारों के जखीरे समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।