कोलकाता (Kolkata) : भाजपा ने बंगाल (West Bengal) के मालदा में हुए विस्फोट मामले में केन्द्र से हस्तक्षेप की मांग की और आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के राज में राज्य अवैध बम बनाने की फैक्टरी में तब्दील हो गया है। मालदा जिले के सुजापुर में 19 नवंबर को प्लास्टिक की एक फैक्टरी में विस्फोट से छह लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच एक बार फिर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। भाजपा ने घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एंजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की वहीं तृणमूल कांग्रेस ने घटना का राजनीतिकरण नहीं करने को कहा था। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी सच्चाई को सामने लाने के लिए मामले की एनआईए जांच कराने के वास्ते केन्द्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) को पत्र लिखेगी।
मुख्यमंत्री (Chief Minister) ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस पहले ही एनआईए जांच की जरूरत को खारिज कर चुकी है और उसने भाजपा पर चुनाव से पहले मामले को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया है। भाजपा के राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा,” हमारा मानना है कि मालदा विस्फोट जांच मामले में केन्द्र हस्तक्षेप करे। केवल केन्द्रीय एजेंसियां ही मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती हैं. राज्य पुलिस (Police) मामले की जांच करने के बजाए इसे दबाने की कोशिश करेगी। इस घटना के दोषी लोगों का पता लगाया जाना चाहिए और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। केवल बंगाल ” में ही विस्फोट के मामले क्यों हो रहे हैं ? उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य अवैध बम निर्माण फैक्टरी में तब्दील हो गया है।
राज्य के मंत्री बी बासू ने कहा कि भाजपा विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है। कुछ वर्ष पहले इसी तरह का विस्फोट गुजरात (Gujarat) की एक रसायन कंपनी में हुआ था। उसमें कुछ लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। हमने उसमें किसी प्रकार का आतंकी कोण ढूंढने की कोशिश नहीं की। राज्य चुनाव नजदीक हैं केवल इसलिए एक दुर्घटना को सांप्रदायिक रंग देने की जरूरत नहीं है.” विस्फोट पीड़ितों के परिवार से मुलाकात करने के लिए रूप मित्रा चौधरी की अगुवाई में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल सुजापुर में है.