कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए अपने पहले चुनाव अभियान में भाजपा पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि भगवा ब्रिगेड केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। विरोधियों की आवाज को दबा रही है।
उन्होंने नरेंद्र मोदी-अमित शाह की जोड़ी से यह भी कहा कि वे अन्य राजनीतिक दलों के खिलाफ अच्छा काम कर सकते हैं, लेकिन इसका तृणमूल कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
दक्षिण कोलकाता के चेतला में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में ममता ने कहा, उन्होंने अभिषेक बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे) से नौ घंटे तक पूछताछ की और फिर से उन्हें आने के लिए कह रहे हैं। क्या जाना संभव है हर दिन दिल्ली? उन्होंने केस को कोलकाता से क्यों शिफ्ट किया?
ममता ने कहा, उनके खिलाफ कुछ भी नहीं मिला है, लेकिन जांच एजेंसी को साबित करना होगा कि वह चोर हैं। हम उन्हें दोष क्यों दें, क्योंकि वे भी दबाव में हैं और उन पर दबाव नरेंद्र मोदी और अमित शाह का है।
आई-कोर चिटफंड घोटाले के सिलसिले में बुधवार को राज्य के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी को सीबीआई के सामने पेश होने को कहा गया। उन्हें 13 सितंबर को सीबीआई के सामने पेश होने को कहा गया है।
ममता ने अभिषेक बनर्जी को प्रतिध्वनित करते हुए कहा, वे एजेंसियों के डर से कांग्रेस को चुप करा सकते हैं। वे मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और शरद पवार को उसी तरह चुप करा सकते हैं, लेकिन वे हमें रोक नहीं सकते। हम अंत तक लड़ेंगे।
गौरतलब है कि नई दिल्ली में कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा नौ घंटे तक पूछताछ किए जाने के बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा था, मैं मर जाऊंगा, लेकिन सिर नहीं झुकाऊंगा। वे कांग्रेस को रोक लें, लेकिन वे हमें नहीं रोक सकते। हम उन सभी जगहों पर जाएंगे, जहां लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।
नंदीग्राम चुनाव जिक्र करते हुए, जहां उन्हें विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने हराया था, मुख्यमंत्री ने कहा, मैं नंदीग्राम में हार गई थी, लेकिन मैंने एक मामला दर्ज कराया है और अगर उस मामले में कुछ भी नहीं होता, तो अदालत उसे स्वीकार नहीं करती। ममता को बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने के लिए भवानीपुर से उपचुनाव जीतने की जरूरत है।