Kolkata Desk : परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम ने आज खुद चलाई CNG बस। इससे पहले ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव के पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ इलेक्ट्रिक स्कूटी चलाई थी और उस स्कूटी के पीछे कोलकाता नगर निगम के प्रशासक फिरहाद हकीम बैठे हुए थे। अब उनके मंत्री फिरहाद हकीम ने कोलकाता में सीएनजी बस चलाई।
विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर ममता बनर्जी तीसरी बार राज्य मुख्यमंत्री बनी हैं और फिरहाद हकीम परिवहन मंत्री बने हैं। सोमवार को कोलकाता में परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम ने खुद सीएनजी बस चलाई।
उल्लेखनीय है कि आज से कोलकाता में CNG बस सेवा शुरू हुई है। बस कस्बा डिपो से चलेगी। इससे ईंधन की खपत भी कम होगी और प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। राज्य सरकार की यह पहल सफल होने के बाद पूरे राज्य में सीएनजी बसें चलाई जाएंगी।
फिरहाद हकीम ने कहा कि “तेल की कीमतों में वृद्धि से सरकार को काफी नुकसान हो रहा है। ऐसे में पर्यावरण के अनुकूल सीएनजी एक विकल्प के तौर पर आया है। बैटरी वाले पर भी विचार किया गया था लेकिन अधिक कीमत के कारण सभी गाडियों को कन्वर्ट करना संभव नहीं है। अतः CNG पर विचार किया गया है।
फिरहाद हकीम ने कहा कि ट्रायल के आधार पर चलने वाली दो बसें अगर सफल होती हैं तो भविष्य में अन्य बसों को भी डीजल से सीएनजी में बदला जाएगा। राज्य सिर्फ सरकारी बसें ही नहीं बल्कि निजी बसें भी सीएनजी से चलाना चाहता है। एक तरफ इससे ईंधन की लागत कम होगी, जिससे यात्री किराए को नियंत्रण में रखा जा सकता है, लेकिन अभी तक पूरा मामला ट्रायल स्तर पर है।
जिस कंपनी के साथ राज्य सरकार ने समझौते के तहत यह बदलाव किया है, उसका कहना है कि एक बस को सीएनजी सेवा के योग्य बनाने में आमतौर पर 4 से 5 लाख रुपये का खर्च आता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर कई बसे एक साथ होगी तो लागत कम होने की संभावना है। वहीं कंपनी का दावा है कि भविष्य में गैस भरने के लिए पर्याप्त जगह की व्यवस्था की जा रही है।
जिस तरह से परिवहन मंत्री ने स्टीयरिंग व्हील पर बैठकर बस चलाई वह निस्संदेह उल्लेखनीय है। यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्री को पहले ऐसा कोई अनुभव था, फिरहाद हाकिम ने कहा कि उन्होंने कम उम्र में लॉरी चलाया था। उसने सभी छोटे भारी वाहनों को भी चलाया है।