कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पूर्व बर्द्धमान जिले के केशबबाती गांव में सोमवार को मातम पसरा है। गुजरात में पुल टूटने की घटना में जान गंवाने वाले 18 वर्षीय हबीबुल शेख के मकान में आने-जाने वालों का तांता लगा है। हबीबुल ने आर्थिक तंगी के कारण 10वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और वह पिछले 10 महीने से मोरबी शहर में सुनार के तौर पर काम कर रहा था। वह वहां अपने एक रिश्तेदार के साथ रहता था।
वह रविवार शाम को मच्छु नदी पर बने केबल पुल पर गया था तभी पुल टूट गया। इस हादसे में कम से कम 134 लोगों की मौत हो चुकी है। हबीबुल की मौत ने उसके पिता महीबुल शेख के कई सपनों को चकनाचूर कर दिया है। दिहाड़ी मजदूर महीबुल शेख ने कहा, ‘‘मेरा बेटा गुजरात पैसे कमाने गया था।
हमें अपने बेटे की कमायी से बेहतर जिंदगी जीने की उम्मीद थी लेकिन हमारे सपने तब टूट गए जब रविवार देर रात हमें उसकी मौत की सूचना मिली।’’हबीबुल का शव मंगलवार को गांव लाया जा सकता है। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुनाल घोष ने कहा कि स्थानीय पुलिस हबीबुल के घर गयी और राज्य सरकार परिवार को पूरा सहयोग दे रही है।