Kolkata: उत्तर बंगाल में अज्ञात बुखार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस अज्ञात बुखार से अब तक 4 बच्चों की मौत हो चुकी है और 1100 से ज्यादा बच्चे बीमार हैं। गंभीर रूप से बीमार बच्चों की कुल संख्या लगभग 50 हैं। इससे उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में दहशत का माहौल है। उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों का स्वास्थ्य ढांचा पूरी तरह से चरमरा गई है। अस्पतालों में लगातार मरीजों की भीड़ बढ़ रही है।
उत्तर बंगाल के जनस्वास्थ्य अधिकारी सुशांत रॉय सार्वजनिक रूप से बीमार बच्चों की सूची जारी की है। उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस बार बीमार बच्चों की संख्या कम है। दूसरी ओर जलपाईगुड़ी जिला सदर अस्पताल में बीमार बच्चों की भीड़ बढ़ती जा रही है।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार बुधवार सुबह 10 बजे से गुरुवार सुबह तक 32 बच्चों को बुखार के चलते भर्ती कराया गया है। इस अस्पताल में फिलहाल 105 बच्चे भर्ती हैं। स्वस्थ होने के बाद 31 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। कुछ को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 15 सितंबर तक संक्रमित बच्चों की संख्या 92 थी। पिछले 24 घंटे में 31 बच्चों को जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 26 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल से 5 लोगों को रेफर किया गया है। पांच सदस्यीय मेडिकल टीम सोमवार को अज्ञात बुखार के बाद जलपाईगुड़ी पहुंची।
पता चला है कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर टीम पहुंची थी। पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में बाल रोग विशेषज्ञ गौतम दास, उत्तर बंगाल के विशेष जन स्वास्थ्य अधिकारी सुशांत रॉय और अन्य अधिकारी शामिल हैं। जलपाईगुड़ी में अज्ञात बुखार से दो बच्चों की पहले ही मौत हो चुकी है।
मैनागुड़ी अस्पताल में मंगलवार सुबह एक 6 माह के बच्चे की मौत हो गई। वहीं अधेड़ व वृद्ध भी अचानक बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। अस्पताल में भीड़ बढ़ती जा रही है। हालांकि इस मामले में पीड़ितों की जानकारी छिपाने का आरोप सरकार पर लगा है। सूत्रों का कहना है कि जलपाईगुड़ी अस्पताल में 300 से ज्यादा बच्चे भर्ती हैं। 70 बच्चे मालबाजार के अस्पताल में भर्ती हैं। दार्जिलिंग, कलिम्पोंग में बच्चों के संक्रमित होने की कोई खबर नहीं है।