कोलकाता। पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण को एक सामाजिक कार्यक्रम बनाने और राज्य के दूर-दराज के हिस्से तक पहुंचने के प्रयास के तहत उन लाभार्थियों की पहचान करने के लिए घर-घर पहुंच अभियान शुरू करने का फैसला किया है, जिन्हें अभी तक टीके की पहली खुराक नहीं दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलों के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, “पश्चिम बंगाल में 16 जनवरी, 2021 को कोविड टीकाकरण कार्यक्रम लागू किया गया था और अब तक (पहली और दूसरी खुराक सहित) 7.4 करोड़ खुराक लोगों को दी गई है।”
अधिसूचना में कहा गया है कि परिवारों, ऐसे सभी लाभार्थियों को पंजीकृत करें, जागरूकता पैदा करें और लोगों को उनकी खुराक लेने के लिए प्रोत्साहित करें। इस रणनीति का उपयोग दूसरी खुराक के देय लाभार्थियों को जुटाने के लिए भी किया जा सकता है। कहा गया है, “घर-घर अभियान चलाने वाले फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की टीम ऐसे सभी कमजोर और बिस्तर पर पड़े बिना टीकाकरण वाले लोगों के जल्द से जल्द टीकाकरण के लिए सूची तैयार कर सकती है।”
स्वास्थ्य विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा कि मंगलवार को पश्चिम बंगाल में कोविड के 788 नए मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दिन की तुलना में 185 अधिक थे, राज्य में मामलों की कुल संख्या अब 15,99,878 तक पहुंच गई है। शहर में ताजा मामलों की संख्या, जो सोमवार को 149 थी, मंगलवार को बढ़कर 202 हो गई, जबकि 12 मौतों की संख्या बढ़कर 19,252 हो गई।