कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ऑनलाइन जन संवाद रैली पर बांग्ला फिल्म अभिनेत्री और तृणमूल सांसद ने निशाना साधा है। सांसद ने कहा कि 2014 में भाजपा अच्छे दिनों कर सत्ता पर काबिज हुई थी लेकिन सरकार बनते ही लोगों को नोटबंदी, सीएए, एनआरसी जैसी कई तकलीफें दी।
उन्होंने ट्वीट किया, 2014 में वर्चुअल रैली द्वारा अच्छे दिनों के वादे किए गए, फिर नोटबंदी, महंगाई, बेरोजगारी, एनआरसी/सीएए, कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में अक्षम औऱ प्रवासी श्रमिकों के संकट को नजरअंदाज किया। बंगाल के लोग अंधे नहीं है, जो इस जाल में फंस जाएंगे।
In 2014 there were Promises of Achhe Din by virtual rally, then came Demonetization, Rising Inflation, Unemployment, NRC/CAA, mismanaged Covid19 issue, Ignored migrant workers’ crisis. People of Bengal are not blind to fall for the trap #BengalRejectsAmitShah#বাংলাচায়নাঅমিত_শাহ pic.twitter.com/NYdX3HS5pL
— Nussrat Jahan (@nusratchirps) June 9, 2020
गौरतलब है कि मंगलवार को अमित शाह ने ऑनलाइन जन संवाद को संबोधित करते हुए ममता पर जमकर निशाना साधते हुए राज्य में राजनीतिक हिंसा का बोलबाला होने का आरोप लगाया था और कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को काफी भारी पड़ेगा और बंगाल की जनता उन्हें राजनीतिक शरणार्थी बना देगी। प्रवासी मजदूरों के लिये सबसे कम ट्रेन लेने वाले राज्यों में पश्चिम बंगाल प्रमुख है और इसके कारण श्रमिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।