आसनसोल। पश्चिम बंगाल के आसनसोल कल्ला बाई पास स्थित काजी नजरुल यूनिवर्सिटी इन दिनों गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते को शर्मसार करने वाली एक घटना काफी चर्चे में है। बांग्लादेश रंगपुर ठाकुर गाँव हाजिपाड़ा की रहने वाली पीजी फर्स्ट एयर की छात्रा मुसफिदा रहमान फिदा ने बांग्ला विभाग के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर अजाजुल अली खान के ऊपर एक गंभीर आरोप लगाया हैं। छात्रा ने आरोप लगया है की प्रोफ़ेसर अजाजुल अली खान ने शादी का प्रलोभन देकर उसके साथ कई महीनों तक शारीरिक सम्बन्ध बनाया है।
छात्रा जब भी अपने शिक्षर अजाजुल को शादी करने की बात कहती है, अजाजुल उससे दुरी बनाने लगा। उसका फोन उठाना तक बंद कर दिया। छात्रा का आरोप है कि प्रोफ़ेसर हमेशा बहाना बनाता है और बीजी रहने का दावा करता है। छात्रा ने अजाजुल के बुरे बर्ताव से तंग आकर न्याय के लिये यूनिवर्सिटी के इंटर्नल कम्प्लेन कमिटी को लिखित शिकायत की पर बात नही बनी।
जिसके बाद छात्रा ने 6 अप्रैल को यूनिवर्सिटी के डिप्टी रजिस्ट्रार यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर, डीन सहित बांग्ला विभाग के हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट को लिखित शिकायत की। जिस शिकायत के बाद वाईस चांसलर ने यूनिवर्सिटी के सभी अधिकारीयों व पदाधिकारियों को लेकर 7 मार्च को एक बैठक बुलाई।
बैठक मे शामिल होने से पहले ही यूनिवर्सिटी के गेट के सामने वाइस चांसलर को रोक दिया गया और यूनिवर्सिटी मे प्रवेश नही करने दिया गया, जिसके बाद वाइस चांसलर ने वह बैठक अपने आवास स्थित कार्यालय मे बुलाई जिस बैठक मे आरोपी शिक्षक को भी बुलाया गया, पर आरोपी सिक्षक उस बैठक मे शामिल नही हुआ। अपने साथ कुछ अन्य शिक्षकों को लेकर यह कहकर मोर्चा खोल दिया की वाइस चांसलर झूठे केस मे उनको फंसाने का प्रयास कर रहे हैं।
वाइस चांसलर ने छात्रा के लिखित शिकायत के आधार पर छात्रा के साथ खड़े होने व कार्रवाई करने का फैसला लिया, जिसके आधार पर छात्रा को दुर्गापुर महिला थाना मे लिखित शिकायत करने की सलाह दी गई, पर पीड़ित छात्रा जब दुर्गापुर स्थित महिला थाना मे जब अपनी लिखित शिकायत लेकर गई तब छात्रा की शिकायत लेने से महिला थाना ने मना कर दिया।