दुर्गापुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सौमित्र खान ने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) समेत सभी विपक्षी दलों से अगले साल राज्य में होने वाले पंचायत चुनावों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को हराने के वास्ते पार्टी से हाथ मिलाने का आग्रह किया। हालांकि, कांग्रेस और वाम मोर्चे ने भाजपा और टीएमसी को ‘‘एक ही सिक्के के दो पहलू’’ बताते हुए खान के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। खान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ ग्रामीण चुनावों में बूथ स्तर पर, लड़ाई टीएमसी बनाम सभी दलों की होनी चाहिए। हम केवल टीएमसी को हराना चाहते हैं।
कोई भी अन्य दल या ताकत जो टीएमसी के खिलाफ लड़ने को तैयार हैं, हमारे साथ शामिल हो सकती है। अगर बूथ स्तर पर कोई टीएमसी को हरा सकता है और उसे हमारे समर्थन की जरूरत है, तो हम ज़रूर उसका समर्थन करेंगे।दरअसल, सांसद की यह टिप्पणी पूर्व मेदिनीपुर और राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में सहकारी चुनावों में विपक्षी दलों की जीत के बाद आई है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी कभी भी भाजपा से हाथ नहीं मिलाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हां, पश्चिम बंगाल में हम टीएमसी के खिलाफ लड़ रहे हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम भाजपा से हाथ मिला लेंगे। हमारे लिए तृणमूल कांग्रेस और भाजपा बंगाल के लिए गंभीर खतरा हैं। माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि वामपंथी और धर्मनिरपेक्ष ताकतें निकट भविष्य में टीएमसी और भाजपा दोनों को हरा देंगी। टीएमसी और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
जो कुछ साल पहले तक टीएमसी के नेता थे, वह अब भाजपा के नेता हैं। दोनों में कोई अंतर नहीं है, इसलिए भाजपा से हाथ मिलाने का सवाल ही नहीं उठता। वहीं, टीएमसी के वरिष्ठ नेता तापस रे ने कहा, ‘‘सच्चाई सामने आ गई है। पिछले लोकसभा चुनाव के बाद से हम कह रहे हैं कि पश्चिम बंगाल में वामपंथी, कांग्रेस और भाजपा एकजुट हैं। सौमित्र खान ने हमें सही साबित किया है।