Kolkata Desk : राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (GTA) के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की CAG के द्वारा ऑडिट करवाने की चेतावनी दी है। उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा के अंत में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गोरखा प्रादेशिक प्रशासन (जीटीए) के खिलाफ एक विस्फोटक शिकायत की है। उन्होंने जीटीए पर करोड़ों रुपये के गबन का आरोप लगाया। उन्होंने CAG द्वारा जांच की चेतावनी दी है।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ एक सप्ताह के उत्तर बंगाल के दौरे के बाद सोमवार को कोलकाता लौट रहे हैं। लौटने से पहले उन्होंने पत्रकारों से मुलाकात की। वहां राज्यपाल ने गोरखा प्रादेशिक प्रशासन (जीटीए) पर कई आरोप लगाए। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें जीटीए में भ्रष्टाचार के बारे में कई शिकायतें मिली हैं। विभिन्न संगठनों और आम जनता की ओर से आरोप लगाए गए हैं। करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। “2017 के बाद से GTA में कोई ऑडिट नहीं हुआ है”, उन्होंने चेतावनी दी कि मेरे पास पावर है, कैग के द्वारा स्पेशल ऑडिट करवाई जा सके, उसकी मैं व्यवस्था करूंगा।
सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी शिकायत की कि जीटीए में चुनाव नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि भाजपा अब तक शिकायत करती रही है कि उत्तर बंगाल का विकास नहीं हुआ है। यही आरोप राज्यपाल जगदीप धनखड़ के मुँह से भी सुनाई पड़ा। इस मामले में उन्होंने जीटीए और राज्य सरकार पर निशाना साधा। राज्यपाल के उत्तर बंगाल के सात दिवसीय दौरे के दौरान कई राजनीतिक दलों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात की।
हालांकि यह भी उल्लेखनीय है कि तृणमूल या गोरखा जनमुक्ति मोर्चा का कोई भी प्रतिनिधि राज्यपाल से नहीं मिला है। यहां तक कि प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने भी राज्य के संवैधानिक प्रमुख से व्यावहारिक रूप से दूरी बनाए रखा था। प्रशासनिक हलकों में इस बात की काफी चर्चा है कि पिछले साल राज्यपाल के उत्तर बंगाल दौरे को ध्यान में रखते हुए शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों ने इस बार उनसे परहेज किया होगा क्योंकि पिछले साल जब राज्यपाल ने उत्तर बंगाल का दौरा किया था तो डीएम उनसे मिलने गए थे तथा कुछ ही दिनों में सरकार द्वारा उनका कहीं और तबादला कर दिया गया था।