कोलकाता। राज्य के ऊर्जा मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार अगले कुछ वर्षों में अपनी सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 1,760 मेगावॉट करेगी। इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बिस्वास ने कहा कि राज्य की वर्तमान सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता 135.58 मेगावॉट है। अगले कुछ वर्षों में, राज्य अपनी सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता को 1,760 मेगावाट तक ले जाएगा, उन्होंने कहा। विश्वास ने कहा कि बकरेश्वर में 500 मेगावॉट की सौर ऊर्जा परियोजना आएगी और मुकुटमणिपुर में 700 मेगावॉट की एक और परियोजना स्थापित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि बकरेश्वर में सौर परियोजना पश्चिम बंगाल विद्युत विकास निगम लिमिटेड (डब्ल्यूबीपीडीसीएल) द्वारा विकसित की जाएगी, जबकि पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (डब्ल्यूबीएसईडीसीएल) ने मुकुटमणिपुर परियोजना के लिए प्रारंभिक कार्य शुरू कर दिया है।उन्होंने कहा, “हाल ही में, केंद्र ने पश्चिम बंगाल को हरित हाइड्रोजन की संभावना के रूप में चिन्हित किया है। दुर्गापुर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (डीपीएल) दुर्गापुर में एक परीक्षण परियोजना स्थापित करने की योजना बना रही है।”
विश्वास ने यह भी कहा कि राज्य पुरुलिया के तुर्गा में 1,000 मेगावॉट क्षमता की दूसरी पंप स्टोरेज जलविद्युत परियोजना की योजना बना रहा है। वर्तमान में, इसके पास 900 मेगावाट पंप स्टोरेज जलविद्युत क्षमता है, जिसे डब्ल्यूबीएसईडीसीएल द्वारा संचालित किया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 9,500 मेगावॉट है, जिसे अगले कुछ वर्षों में और 4,100 मेगावॉट बढ़ाया जाएगा।