- 12 डॉक्टर निलंबित; CID जांच का ऐलान
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में चिकित्सा लापरवाही मामले को लेकर ममता बनर्जी सरकार एक्शन मोड पर नजर आ रही है। बता दें कि बंगाल सरकार ने चिकित्सा लापरवाही मामले में वरिष्ठ डॉक्टरों, प्रथम, द्वितीय साल के पीजीटी समेत 12 डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है।
ममता सरकार ने चिकित्सा लापरवाही मामले की जांच कराने की बात कही है। बता दें कि मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा लापरवाही मामले की जांच सीआईडी करेगी।
आरजी कर के डॉक्टर पर फर्जी डिग्री का आरोप
आरजी कर मेडिकल कॉलेज डॉक्टरों का आंदोलन एक नये विवाद में फंस गया है। इस आंदोलन के एक सक्रिय सदस्य पर गंभीर आरोप लगाया गया है। पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने जूनियर डॉक्टर अशफाकुल्ला नाइया की डिग्री फर्जी होने का आरोप लगाते हुए एक नोटिस भेजा है।
आरजी कर मेडिकल मामले को लेकर आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों के प्रमुख चेहरों में से एक डॉ. असफाकउल्ला नाइया को पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल (डब्ल्यूबीएमसी) ने कथित तौर पर फर्जी डिग्री का इस्तेमाल करने के लिए एक नोटिस भेजा है।
पत्र में परिषद ने नाइया से एक सप्ताह में जवाब देने को कहा है, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने शिकायत दर्ज कराई थी।
इसमें एक तस्वीर दिखाई गई थी, जिसमें सिंगूर स्थित स्वास्थ्य सेवाएं देने वाली एजेंसी के बैनर में नाइया की डिग्री को ‘एमएस’ बताया गया था। जबकि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के ईएनटी विभाग से जुड़े नाइया के बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने ऐसा कोई कोर्स पूरा नहीं किया है।
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