Kolkata Desk : विधानसभा के नियमों को समझाने के लिए भाजपा विधायकों का कक्षा लिया राजनीति के अनुभवी भाजपा नेताओं ने। प्रशिक्षण शिविर में 4 विधायक अनुपस्थित थे। मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के ज्यादातर विधायक ही विधानसभा के लिए नये हैं। अतः नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों के लिए विधानसभा की रीतिनीति, रणनीति सहित कई मुद्दों की पूरी समझ होना जरूरी है। यही वजह है कि प्रदेश भाजपा ने शनिवार को दो दौर के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया।
प्रशिक्षण शिविर में शीर्ष नेतृत्व ने निर्देश दिया कि विधानसभा में फर्जी टीकाकरण पर जोरदार आवाज उठानी होगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने विधायकों को सतर्क करते हुए आत्मतुष्टि से बचने को कहा। इस प्रशिक्षण शिविर में 70 विधायकों ने भाग लिया। 4 लोग नहीं आए।
विधायकों के तौर तरीके किस प्रकार के होंगे? कैसे व कब वे वेल में उतर कर विरोध प्रदर्शन करेंगे? या कब वॉकआउट? इन सब विधानसभा के नियमों को समझाने के लिए भाजपा विधायकों का क्लास लिया विधायी राजनीति में अनुभवी नेताओं ने। शनिवार को प्रशिक्षण शिविर में प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी, शिवप्रकाश व अशोक लाहिड़ी उपस्थित थे। बंकिम घोष, मनोज टिग्गा ने कक्षाएं लीं।
सूत्रों ने बताया कि विपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी ने विधायकों को फर्जी टीकाकरण को लेकर विधानसभा में जोरदार विरोध करने का निर्देश दिया। भाजपा नेतृत्व ने पांच जून को वैक्सीन भ्रष्टाचार को लेकर नगर निगम में अभियान चलाने की बात कही है।
भाजपा खुद को ‘पार्टी विद डिफरेंस’ के रूप में प्रचार करती है अतः यह दिखना चाहिए, इसे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी विधायकों को समझाया। उन्होंने निर्देश दिए, ‘विधायक के रूप में किसी भी प्रकार से आत्मतुष्टि में न रहें। यह याद रखना चाहिए कि वह कमल चुनाव चिन्ह पर विधायक बने हैं। पार्टी को सारा काम करना है। अपने क्षेत्र के लोगों से जनसंपर्क बढ़ाने होंगे। आपको क्षेत्र की जनता के साथ रहना होगा।’
प्रशिक्षण शिविर में यह भी कहा गया कि मुकुल रॉय तृणमूल में चले गए हैं, इससे भी कोई दबाव में न आये।
निशीथ प्रामाणिक और जगन्नाथ सरकार ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, फलस्वरूप भाजपा विधायकों की संख्या इस समय 77-3=74 है। जबकि आज प्रशिक्षण शिविर में 70 विधायकों ने भाग लिया। बगदा से विधायक विश्वजीत दास समेत चार लोग अनुपस्थित रहे। तन्मय घोष व नीरज जिम्बा भी अनुपस्थित थे।