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कोलकाता : पश्चिम बंगाल में आखिरी बार करीब दो दशक पहले दुष्कर्म और हत्या के दोषी को मौत की सजा सुनाई गई थी, लेकिन बीते छह महीनों में राज्य की विभिन्न अदालतों ने छह दोषियों को मौत की सजा सुनाई है। अदालतों ने पोक्सो कानून के तहत छोटी बच्चियों की हत्या और दुष्कर्म के सात में से छह मामलों को दुर्लभ से दुर्लभतम माना और दोषियों की मौत की सजा सुनाई।
गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में दोषी पाए गए संजय रॉय को कोलकाता की अदालत ने मौत की सजा नहीं दी है। हालांकि इस मामले पर पूरे बंगाल समेत देशभर में बवाल देखने को मिला था।
अदालत ने संजय रॉय को उम्रकैद की सजा सुनाई है। गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) में महिला डॉक्टर (female doctor) की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में दोषी पाए गए संजय रॉय (sanjay roy) को कोलकाता की अदालत ने मौत की सजा नहीं दी है।
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