कोलकाता। Corona in Bengal : देश में फैले कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अब रेलवे कर्मी भी आने लगे हैं। पूर्व रेलवे ने बताया कि 90 ड्राइवर और गार्ड के कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं और उसने अभी तक सियालदह संभाग की 56 लोकल ट्रेनें रद्द की हैं। एक अधिकारी ने जानकारी दी कि फिलहाल हावड़ा संभाग की ट्रेनें रद्द करने पर कोई फैसला नहीं किया गया है।
पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता ने कहा, स्थिति बहुत गंभीर है। कोविड-19 के कारण 90 ड्राइवर और गार्ड ड्यूटी पर आने में अक्षम हैं। हमें 56 लोकल ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं ताकि मालगाड़ी और एक्सप्रेस ट्रेनों की सेवा पर असर ना पड़े। उन्होंने कहा, जहां तक संभव है, नॉन पीक आवर्स (ऐसा समय जब भीड़ कम होती है) की ट्रेनों को रद्द किया गया है ताकि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो।
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के कारण सात महीने से ज्यादा वक्त तक लोकल ट्रेन सेवा के पहिए थम गए थे। पिछले साल 11 नवंबर, 2020 से लोकल ट्रेन सेवा को दोबारा शुरू किया. कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से भारतीय रेल ने हाल ही में बड़ा एलान किया है।
रेलवे परिसरों और ट्रेन के भीतर मास्क नहीं लगाने पर यात्री से 500 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। गौरतलब है कि दूसरी लहर के पीछे कोरोना वायरस का बदला हुआ रूप को ज्यादा संक्रामक और तेजी से फैलनेवाला माना जा रहा है। उसकी वजह से दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों की संख्या में आए दिन वृद्धि हो रही है।
इस बार कोरोना की चपेट में क्या बच्चे, बूढ़े और जवान सभी वर्ग और समूह के लोग आ रहे हैं। पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर लोगों को ज्यादा बीमार कर रही है। महामारी ने स्वास्थ्य ढांचे पर बुरी तरह दबाव डाला है। मरीजों की बढ़ती अचानक संख्या से बेड, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर कम पड़ गए हैं।