लहसुनिया रत्न के फायदे और नुकसान!

वाराणसी। लहसुनिया रत्न का ज्योतिषीय अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह माना जाता है कि इसके भौतिक और आध्यात्मिक गुण इसके संस्करण वाले को बहुत सारे लाभ प्रदान करते हैं। दुनिया में नौ रत्न हैं जो सबसे शक्तिशाली हैं जिनमें “नवरत्न” के नाम से जाना जाता है, जिनमें से एक लहसुनिया रत्न भी है। इस रत्न की शक्ति से आपके जीवन में कई बदलाव आ सकते हैं।

इसके प्रभाव से केतु की महादशा कुंडली से आपकी छुट्टी हो सकती है। इस रत्न के नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं। इस रत्न की व्याख्या से पहले आपको इस रत्न से होने वाले लाभ और हानि के बारे में जानना चाहिए।

लहसुनिया रत्न के फायदे कुछ इस प्रकार हैं :-
लहसुनिया रत्न की ऊर्जा आपके चारों ओर एक सकारात्मक भूमिका वाली देवी है जो आपके लिए कवच की तरह का काम करती है। यह आपको बुरी आत्माओं से नकारात्मक ऊर्जा से बचाएगा। इसकी क्षमता आपको सभी नकारात्मक प्रभावों से दूर रखेगी।

लहसुनिया कहावतों से आपकी आत्मज्ञान शक्तियाँ, वृत्ति और वृत्ति। ऐसे उदाहरणों वाले में आत्म-जागरूकता के साथ-साथ आसपास के वातावरण का भी मिश्रण है। यह सिद्धांत निर्णय लेने के कौशल को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे उनका अंतर्ज्ञान उन्हें बेहतर दिशानिर्देश देता है। आपका अंतरात्मा आपको सही रास्ता दिखाएगा।

इससे आपको यह जानने में भी मदद मिलेगी कि आप क्या चाहते हैं और आपको क्या करना चाहिए, साथ ही आप क्या नियंत्रित कर सकते हैं। इससे आपको बेहतर और अधिक निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

इस रत्न को धारण करने से आप अपने दिल और दिमाग की तलाश करते हैं, खुद को मानसिक रूप से अधिक स्पष्ट पाते हैं।

लहसुनिया धन, समृद्धि और समृद्धि को भी आकर्षित करता है।

यदि आप असफल हो गए हैं, तो यह आपको उत्पादों का सामना करने के लिए शक्ति प्रदान करेगा। साथ ही, लहसुनिया की शक्ति बाहरी विपक्षियों को कम कर सकती है।

लहसुनिया आपके सामान को बढ़ावा देगा। इससे आपको सफलता के अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।

यह रत्न आपके साहस और आत्मनिर्णय की शक्ति को भी बढ़ाएगा।

इस रत्न को धारण करने से आपके मन को शांति और स्थिर स्थिरता भी मिलेगी।

यह पत्थर आपको आध्यात्मिक रूप से बढ़ने में भी मदद करेगा | यह आपको ब्रह्मांड की उच्च शक्तियों से जुड़ने और भगवान के सही मार्ग पर चलने में मदद करेगा।

लहसुनिया रत्न के फायदे यहां तक ​​नहीं मिलते। इस रत्न में उपचार के गुण भी होते हैं जैसे कि यह आंखों से संबंधित किसी भी समस्या का इलाज करता है, बेहतर पाचन में मदद करता है और आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाता है। साथ ही, लहसुनिया का उपयोग गुर्दे, अग्न्याशय, यकृत को ठीक करने के लिए किया जाता है। इससे सिरदर्द में भी राहत मिलती है।

ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 99938 74848

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