देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता, साफ नीति और नियत विकास को तेज छलांग देती है
भारतीय स्वतंत्रता दिवस पूरी दुनियां में मनाया गया- कई देशों के नेताओं, विदेश मंत्रियों के बधाईयों व शुभकामनाओं का तांता लगना अति गौरवपूर्ण- एड. के.एस. भावनानी गोंदिया
एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर दुनियां के करीब-करीब हर देश में भारतीय स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2024 की गूंज सुनाई दी। अमेरिका, लंदन, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, यूएई, जापान सहित करीब-करीब हर देश में भारतीय स्वतंत्रता दिवस अति उत्साह के साथ मनाया गया, तो वही भारत में तो इस राष्ट्रीय महोत्सव महापर्व का नज़ारा ही अनोखा था। भारत के हर ग्राम पंचायत से लेकर जिला मुख्यालय व हर राज्य से लेकर लालकिले तक, हर जिले के मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक व हर केंद्रीय मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक ने स्वतंत्रता दिवस का झंडा अति उत्साह व भावपूर्ण गर्व से फहराया। पूरे भारत में गजब का उत्साह देखने को मिला। सभी टीवी चैनलों पर व प्रिंट सोशल व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सुबह से लेकर देररात्रि तक केवल 15 अगस्त 2024 स्वतंत्रता दिवस के ही कार्यक्रम, डिबेट, सांस्कृतिक कार्यक्रम व अनेक प्रकार की जानकारी से पूरे भारत ही नहीं अनेक देशों में लोग सराबोर हुए। माननीय पीएम ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 11वीं बार तिरंगा फहराया व देश को संबोधित किया जिसकी चर्चा हम नीचे पैराग्राफ में करेंगे। चूंकि देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता, साफ नीति और नियत विकास को तेज छलांग देती है, व लाल किले से पीएम का आगाज, चुनौतियों को चुनौती देना भारत की फितरत है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, भारतीय स्वतंत्रता दिवस पूरी दुनियां में उत्साह से मनाया गया। कई देशों के नेताओं विदेश मंत्रियों की बधाईयों व शुभकामनाओं का तांता लगना भारत के लिए गौरवपूर्ण है।
साथियों बात अगर हम स्वतंत्रता दिवस पर्व 15 अगस्त 2024 की करें तो आज वो शुभ घड़ी है, जब हम देश के लिए मर-मिटने वाले, देश की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले, आजीवन संघर्ष करने वाले, फांसी के तख्ते पर चढ़ करके भारत माँ की जय के नारे लगाने वाले अनगिनत आजादी के दीवानों को नमन करने का यह पर्व है। उनका पुण्य स्मरण करने का पर्व है। आजादी के दीवानों ने आज हमें आजादी के इस पर्व में स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है। यह देश उनका ऋणी है। ऐसे हर महापुरूष के प्रति हम अपना श्रद्धाभाव व्यक्त करते हैं।
साथियों बात अगर हम लाल किले की प्राचीर से माननीय पीएम के 11वीं बार तिरंगा फहराने व 98 मिनट के संबोधन की करें तो उन्होंने कहा, विकसित भारत 2047, ये सिर्फ भाषण के शब्द नहीं हैं, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। देश के कोटि-कोटि जनों के सुझाव लिए जा रहे हैं और हमने देशवासियों से सुझाव मांगे और मुझे प्रसन्नता है कि मेरे देश के करोड़ों नागरिकों ने विकसित भारत 2047 के लिए अनगिनत सुझाव दिए हैं। हर देशवासी का सपना उसमें प्रतिबिंबित हो रहा है। हर देशवासी का संकल्प उसमें झलकता है। युवा हो, बुजुर्ग हो, गांव के लोग हों, किसान हों, दलित हों, आदिवासी हों, पहाड़ों में रहे वाले लोग हों, जंगल में रहने वाले लोग हों, शहरों में रहने वाले लोग हों, हर किसी ने 2047 में जब देश आजादी का 100 साल मनाएगा, तब तक विकसित भारत के लिए अनमोल सुझाव दिए हैं। देश गर्व करता है आज जब फिनटेक की सफलताओं को लेकर पूरा विश्व भारत से कुछ सीखना समझना चाहता है, तब हमार गर्व और बढ़ जाता है। लाल किले के प्राचीर से पीएम देश के उद्योग जगत के लिए भी खुशखबरी लाए। उन्होंने कहा, वो दिन दूर नहीं है जब भारत इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग का हब होगा। विश्व के बहुत सारे उद्योगपति भारत में निवेश करना चाहते हैं, मैं राज्य सरकारों से आग्रह करता हूं कि आप निवेशकों को आकर्षित करने के लिए स्पष्ट नीति निर्धारित करें, कानून-व्यवस्था के संबंध में उन्हें आश्वासन दीजिए। राज्यों के बीच निवेशकों को अपनी तरफ खींचने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।
पीएम आज लाल किले से भ्रष्टाचार पर कहर बनकर टूटे। उन्होंने कहा कि हमारे सभी देशवासी भ्रष्टाचार के दीमक से परेशान है, हमने व्यापक रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ी है। मैं जानता हूं, इसकी कीमत मुझे और मेरी प्रतिष्ठा को चुकानी पड़ती है, लेकिन, राष्ट्र से बड़ी मेरी प्रतिष्ठा नहीं हो सकती और राष्ट्र के सपनों से बड़ा मेरा सपना नहीं हो सकता, इसलिए ईमानदारी के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी। पीएम ने कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर की रेप के हत्या को लेकर काफी व्यथित दिखे उन्होंने कहा कि हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं, उसके प्रति देश भर में जनता में आक्रोश है। इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो। राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो, ये समाज में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है। यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर पीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार यूसीसी पर चर्चा की है। अनेक बार आदेश दिए हैं, क्योंकि देश का एक बहुत बड़ा वर्ग मानता है और एक सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं वह एक कम्युनल सिविल कोड है। यह एक प्रकार का भेदभाव करने वाला सिविल कोड है। पीएम ने देश के चुनौतियों पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि चुनौतियां हैं, देश के भीतर भी हैं और बाहर भी हैं। मैं ऐसी शक्तियों को कहना चाहता हूं कि भारत का विकास किसी के लिए संकट लेकर नहीं आता। जब हम विश्व में समृद्ध थे, तब भी हमने विश्व को कभी युद्ध में नहीं झोंका। हम बुद्ध का देश हैं, युद्ध हमारी राह नहीं है।
पीएम मोदी ने लगभग 98 मिनट तक देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सबसे ज्यादा सरकार की जिस प्राथमिकताओं पर जोर दिया उसमें विकसित भारत 2047 पर जोर रहा। उन्होंने बांग्लादेश को आगे की विकास की मदद, पाकिस्तान को इशारों-इशारों में धमकी, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार (बलात्कार), देश को इंडस्ट्रियल हब, गेमिंग में भारत के फ्यूचर को बढ़ाने, 6जी नेटवर्क, भारत न्याय संहिता, सेक्यूलर सिविल कोर्ट से बातों पर फोकस किया उन्होने कहा, एक समय था कि लोग देश के लिए मरने के लिए प्रतिबद्ध थे। आज समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का, अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता आजादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है। कई लोगों ने सुझाव दिया कि देश में स्थानीय स्वराज की इकाइयों में सुधार की जरूरत है। कई लोगों ने न्याय में हो रही देरी पर चिंता जाहिर की और न्यायिक व्यवस्था में सुधार की जरूरत पर जोर दिया। कई लोगों ने लिखा कि कई ग्रीन फील्ड सिटी बनाना समय की मांग है। शासन प्रशासन में कपैसिटी बिल्डिंग बढ़ाने का सुझाव दिया। अंतरिक्ष में भारत का स्पेस स्टेशन जल्द से जल्द बनना चाहिए। किसी ने कहा कि भारत को पारंपरिक चिकित्सा के हब के तौर पर विकसित होना चाहिए। किसी ने कहा कि भारत को जल्द से जल्द तीसरे नंबर की इकॉनमी बननी चाहिए। ये देश के सामान्य नागरिकों ने हमें सुझाव दिए हैं। जब देशवासियों की सोच इतनी विशाल हो, देशवासियों के इतने बड़े सपने हों, बातों में संकल्प झलकते हों, तब हमारे भीतर एक नया संकल्प दृढ़ बन जाता है। आत्मविश्वास नई ऊंचाई पर पहुंच जाता है।
साथियों बात अगर हम पूरी दुनियां भर में स्वतंत्रता दिवस मनाने की करें तो, भारत का स्वतंत्रता दिवस दुनियां भर में उत्साह से मनाया गया। बृहस्पतिवार को भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अमेरिका के विदेश मंत्री सहित कई विदेशी नेताओं ने शुभकामनाएं दीं। दुनियाभर में रह रहे भारतीयों ने बृहस्पति वार को पूरे हर्षोल्लास के साथ भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। चीन की राजधानी बीजिंग में भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार ने दूतावास परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में तिरंगा फहराया, जिसमें भारतीय समुदाय के सदस्यों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में राजदूत ने राष्ट्रपति के राष्ट्र के नाम संदेश के कुछ अंश भी पढ़े। भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, स्वतंत्रता दिवस समारोह में भारतीय संस्कृति की जीवंत झलक देखने को मिली। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में इंडिया हाउस में भारतीय उच्चायुक्त ने ध्वजारोहण किया। उच्चायुक्त ने राष्ट्रध्वज फहराया और राष्ट्रपति का राष्ट्र के नाम संबोधन पढ़ा। बांग्लादेश में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच ढाका में यह जश्न मनाया गया। मालदीव में उच्चायुक्त मुनु महावर ने तिरंगा फहराया। उन्होंने राष्ट्रपति का राष्ट्र के नाम संबोधन भी पढ़ा। सिंगापुर में उच्चायुक्त ने सुबह 8:30 बजे भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा। ऑस्ट्रेलिया में, उच्चायुक्त ने राष्ट्रध्वज फहराया और प्रवासी भारतीयों तथा मिशन के अधिकारियों की उपस्थिति में राष्ट्र के नाम राष्ट्रपति का संबोधन पढ़ा।
कैनबरा में भारतीय उच्चायोग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पर्यावरण की देखभाल के लिए प्रोत्साहित किया! इसके अलावा फिजी, न्यूजीलैंड, नेपाल और कंबोडिया समेत विभिन्न देशों में भी भारतीय मिशनों और प्रवासी भारतीयों ने पूरे हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया। अमेरिका के विदेश मंत्री ने भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वहां के लोगों को बधाई दी और कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध तेजी से बढ़ रहे हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री ओली ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, प्रधानमंत्री और भारत के लोगों को 78वें स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक बधाई! यह दिन दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग के बंधन को और मजबूत करे। वहीं भूटान के प्रधानमंत्री ने एक्स पर कहा, भारत की सरकार और लोगों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। भूटान और भारत के बीच विशेष मित्रता और भी मजबूत हो। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने एक्स पर कहा, भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मैं राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और भारत के लोगों को हार्दिक बधाई देता हूं। सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त ने यहां चांसरी परिसर में भारतीय समुदाय के 1,100 लोगों के साथ मिलकर स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि लाल किले की प्राचीर से आगाज़-चुनौतियों को चुनौती देना भारत की फितरत है। देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता, साफ नीति और नियत विकास को तेज छलांग देती है।भारतीय स्वतंत्रता दिवस पूरी दुनियां में मनाया गया-कई देशों के नेताओं, विदेश मंत्रियों के बधाईयों व शुभकामनाओं का तांता लगना अति गौरवपूर्ण है।
(स्पष्टीकरण : इस आलेख में दिए गए विचार लेखक के हैं और इसे ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।)
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