कोलकाता कोरोना महाारी के कारण पूरे देशभर में मार्च के अंतिम सप्ताह से ही लॉकडाउन का दौर जारी है। जिसकी वजह से सारी यातायात गतिविधियां ठप पड़ गई। इस बीच खबर मिली कि लॉकडाउन की वजह बंगाल में हिमाचल प्रदेश की एक बारात बीते 56 दिनों से फंसी थी। हालांकि स्पेशल बसें खुलने की वजह से बारात अब लौट चुकी है।
दुल्हे सुनील कुमार ने बताया कि बारात में शामिल होने के लिए 17 लोग पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल डैम रेलवे स्टेशन से कोलकाता जाने वाली गुरुमुखी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में 21 मार्च को सवार हुए थे। जब वे अगले दिन 22 मार्च को कोलकाता पहुंचे तो देश में जनता कर्फ्यू की घोषणा हो चुकी थी।
कुमार और संयोगिता का विवाह 25 मार्च को पुरुलिया जिले के काशीपुर गांव में निर्धारित समय पर सम्पन्न हुआ। दुल्हन के साथ बारात को 26 मार्च को लौटना था और उन्होंने टिकट बुक करा रखे थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण सारी ट्रेनें रद्द कर दी गई थी।
नतीजतन उन्हें 50 से अधिक दिन तक एक धर्मशाला में रुकना पड़ा। कुमार ने बताया कि उसके ससुराल वालों ने काशीपुर की धर्मशाला में उनके रहने का प्रबंध किया और हर संभव मदद मुहैया कराने की कोशिश की। पेशे से इलेक्ट्रिशियन कुमार ने बताया कि हमने बंगाल हेल्पलाइन नंबरों पर फोन किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
इसके बाद हमने हिमाचल प्रदेश के मंत्री वीरेंद्र कंवर से संपर्क किया, जिन्होंने हमारे लिए राशन का प्रबंध किया।बारात को अंतत: राज्य सरकार से ई-पास मिला जिसके बाद वह मालदा से हिमाचल प्रदेश जाने वाली बस से बारात रवाना हुई।