कोलकाता : पूर्वोत्तर भारत की प्राचीनतम लाइब्रेरी- बड़ाबाजार लाइब्रेरी के पटल पर विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर प्रख्यात हास्य कवि – डॉ. गिरिधर राय जी की अध्यक्षता में लाजबाब काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। दिल्ली की कवयित्री अनन्या राय की मधुर सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। अनन्या राय, स्वागता बसु, देवेश मिश्रा, रामाकांत सिन्हा, शिव प्रकाश दास और “पुकार” गाजीपुरी जैसे प्रमुख रचनाकारों ने हिन्दी के गुणवत्ता को केन्द्र में रखते हुए अपनी प्रस्तुति द्वारा पटल पर उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि गोष्ठी का कुशल संचालन देवेश मिश्रा ने किया।
अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ. राय ने कहा कि विश्व की भाषाओं में केवल हिन्दी ही वैज्ञानिक भाषा के रुप में खरी उतरती है। उन्होंने आगे कहा कि विश्व हिंदी दिवस मनाने का एकमात्र उद्देश्य है कि जैसे हिंदी भारतवर्ष में पनप रही है ठीक वैसे ही हिंदी विश्व में भी पनपे। इस अवसर पर अरुण प्रकाश मल्लावत, रीमा पाण्डेय, हिमाद्रि मिश्रा, सत्य प्रकाश दूबे, रंजन मिश्रा, कंचन सिंह, देवाम पाण्डेय, रवि कुमार, राहुल बारी और रिंकी कुमारी सहित अनेक सुधि जन उपस्थित थे। राम पुकार सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही यह भव्य कार्यक्रम सुसंपन्न हुआ।