जलपाईगुड़ी। बांग्लादेश में हिन्दुओं और अल्पसंख्यक समुदाय पर लगातार हो रहे हमलों के बीच 300 बांग्लादेशी भारत के जलपाईगुड़ी जिल के समीप एकत्रित हुए। वह भारत आने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन, बॉर्डर पर तैनात फोर्स ने उन्हें हटा दिया। दरअसल, बांग्लादेश में जब से आरक्षण की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन हिंसा में बदला है, बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार बढ़ता चला गया। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल किए गए।
नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली। पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश में सामान्य स्थिति के शीघ्र बहाल होने की उम्मीद जताई और देश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा और संरक्षण की अपील की।
पीएम ने एक्स पर लिखा, “प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारियां संभालने पर मेरी शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
यूनुस एक सामाजिक उद्यमी और बैंकर हैं, जिन्हें उनके माइक्रो फाइनेंस कार्य के लिए 2006 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। बता दें कि बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के मद्देनजर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद छोड़ना पड़ा और वे भारत आ गई हैं।
वहीं, बांग्लादेश में पैदा हुई अराजकता की स्थिति में बांग्लादेश और भारत जोड़ने वाले बॉर्डर पर बीएसएफ द्वारा सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, बांग्लादेश से सटे पांच राज्यों में सुरक्षा के मद्देनजर हाई अलर्ट कर दिया गया है। जिन राज्यों में हाई अलर्ट है, इनमें पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, असम, मिजोरम और मणिपुर है।
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