ढाका। दक्षिणपूर्वी बांग्लादेश के रोहिंग्या रिफ़्यूजी कैंप में भीषण आग के बाद हजारों लोगों के सिर से छत चली गई है। ये आग रविवार को लगी थी, जिसकी चपेट में अब तक कॉक्स बाजार कैंप के 2000 से ज़्यादा शेल्टर आ चुके हैं। ऐसा अनुमान है कि पड़ोसी देश म्यांमार में हिंसा से बचकर यहाँ पहुंचे करीब 12000 लोग अब बेघर हो गए हैं।
आग की वजह का फ़िलहाल पता नहीं लग सका है और न तो किसी के हताहत होने की सूचना मिली है। ये आग स्थानीय समयानुसार रविवार दोपहर पौने तीन बजे के आसपास लगी और कुछ ही देर में बांस या तिरपाल से बने शेल्टर होम इसकी चपेट में आ गए।
बांग्लादेश के रिफ़्यूजी कमिश्नर मिजानुर रहमान ने समाचार एजेंसी एएफपी न्यूज को बताया, “करीब 2000 शेल्टर जलने की आशंका है जिससे म्यांमार के 12 हजार नागरिक बेघर हो गए हैं।” आग पर तीन घंटे के अंदर काबू पा लिया गया था, लेकिन इस दौरान कम से कम 35 मस्जिदें और शरणार्थियों के लिए बने क़रीब 21 लर्निंग सेंटर भी जल कर खाक़ हो गए।