कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर कोलकाता की बालीगंज सीट से विधानसभा (विस) उपचुनाव (Balyganj Assembly by-election) जीतने के 25 दिन बाद आखिरकार बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने विधायक पद की शपथ ली। डिप्टी स्पीकर आशीष बनर्जी (DY Speker Aashish Banerjee) ने उन्हें बुधवार दोपहर विस के नौशाद अली कक्ष में पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही बाबुल के शपथ ग्रहण को लेकर गतिरोध भी खत्म हो गया। शपथ लेने के बाद बाबुल ने कहा कि ऐतिहासिक बंगाल विधान सभा का हिस्सा बनकर काफी अच्छा लग रहा है। यह एक नया अनुभव होगा।
गौरतलब है कि उपचुनाव के नतीजे 16 अप्रैल को घोषित हुए थे। बाबुल ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी माकपा की सायरा शाह हलीम को 20,228 वोट से हराया था। बालीगंज सीट तृणमूल के दिग्गज नेता व राज्य के मंत्री रहे सुब्रत मुखर्जी (Subrah Mukharjee) के आकस्मिक निधन से रिक्त हुई थी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdeep Dhankhar) से अनुमति मांगे जाने पर उन्होंने संवैधानिक बाध्यता का हवाला देते हुए विस स्पीकर बिमान बनर्जी को बाबुल को शपथ दिलाने की इजाजत नहीं दी थी। उन्होंने डिप्टी स्पीकर को यह दायित्व सौंपते हुए इसे संविधान के अनुच्छेद 188 के अनुरूप बताया था।
इसे लेकर राज्यपाल व विधान सभा स्पीकर बिमान बनर्जी में मतभेद पैदा हो गया था। इसी से बाबुल के शपथ ग्रहण को लेकर गतिरोध तैयार हुआ था। राज्यपाल के इस मसले पर चुप्पी साध ली, जिसके बाद विस स्पीकर को हस्तक्षेप करना पड़ा। उनके अनुरोध पर डिप्टी स्पीकर ने बाबुल को विधायक पद की शपथ दिलाई। विस स्पीकर ने कहा था कि बालीगंज विस क्षेत्र के मतदाता अपना प्रतिनिधि चुनने के बाद भी उनकी सेवाओं से वंचित हो रहे हैं। यह लोकतंत्र के हित में नहीं है इसलिए उन्होंने डिप्टी स्पीकर से उन्हें शपथ दिलाने का अनुरोध किया था।