कोलकाता । बंगाल में कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी के बाद स्कूल खोलने की मांग उठने लगी है। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जगन्नाथ सरकार ने कहा कि शिक्षा के मामले में बंगाल लगातार पिछड़ता जा रहा है। ममता सरकार को महाराष्ट्र की तर्ज पर राज्य में स्कूल खोलने पर विचार करना चाहिए। बंगाल में कोरोना संक्रमितों की संख्या घटकर हुई 4000 हो गई है। पश्चिम बंगाल में कोरोना का संक्रमण में कमी का सिलसिला जारी है।
सोमवार को राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक यहां नियमित तौर पर कोरोना संक्रमित होने वालों की संख्या घटकर चार हजार पर पहुंची है। हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान 51 हजार 421 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं, जिनमें से चार हजार 546 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इस बीच, कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी के बाद स्कूल खोलने की मांग उठने लगी है।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जगन्नाथ सरकार के बयान पर राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी स्कूल खोलना चाह रही हैं, लेकिन कोरोना महामारी के दौर में बच्चों के स्वास्थ्य व सुरक्षा का ध्यान रखा रहा है। उसी के आधार पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि स्कूल कब से खुलेंगे इसकी घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी। राज्य भर में महामारी की चपेट में आने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 19 लाख 69 हजार 791 हो गई है। इनमें से 18 लाख 54 हजार 881 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे हैं।
20 हजार 157 लोग पिछले 24 घंटे में स्वस्थ्य हुए हैं। इसके अलावा 37 लोगों की मौत हुई है जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हजार 375 पर पहुंच गई है। बाकी एक्टिव मरीजों की संख्या में 15 हजार 648 की कमी हुई है और कुल एक 94 हजार 535 लोग विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत हैं। अब तक कुल दो करोड़ 28 लाख 31 हजार 145 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं।
शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने सोमवार को घोषणा की है कि उनकी सरकार राज्य में कोरोना की वजह से बंद पड़े स्कूलों को कदम दर कदम खोलने की तैयारी में है। उन्होंने कहा है कि स्कूल कब से खुलेंगे इसकी घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी। मंत्री ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिना सामूहिक संक्रमण बढ़ाए स्कूल को फिर से खोलने की जरूरत है ताकि स्कूल को दोबारा बंद न करना पड़े।
मंत्री ने सोमवार ‘पाड़ा (मुहल्ला) शिक्षालय’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि परियोजना को प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के लिए एक नई पहल के रूप में उजागर किया जा रहा है। ब्रात्य ने कहा कि इस मामले पर सिर्फ ममता ही फैसला करेंगी। क्या नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए टीकाकरण प्रक्रिया समाप्त होते ही स्कूल फिर से खुल जाएगा? प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल का जवाब देते हुए ब्रात्य ने कहा, “हम कदम दर कदम पूरे स्कूल को खोलना चाहते हैं। मुख्यमंत्री समग्र स्थिति की समीक्षा कर रही हैं।”