कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव हिंसा की बलि एक और शख्स चढ़ गया है। उसका नाम शेख मुसल्लम है। दक्षिण 24 परगना के भांगड़ के कठालिया के रहने वाले शेख मुसल्लम को मौत के घाट उतारने का आरोप इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) के कार्यकर्ताओं पर लगा है। पारिवारिक सूत्रों ने बताया है कि मतदान से पहले सात जुलाई की रात सड़क को घेर कर आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने उसे लाठी-डंडे और लोहे की रॉड से बर्बर तरीके से मारा पीटा था। उसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था।
यहां लगातार इलाज चल रहा था लेकिन शुक्रवार की रात उसने दम तोड़ दिया है। पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी और धरपकड़ भी शुरू हुई है।उल्लेखनीय है कि चुनाव की घोषणा के बाद से ही दक्षिण 24 परगना का भांगड़ सबसे अधिक हिंसा ग्रस्त रहा है। यहां से स्थानीय विधायक नौशाद सिद्दीकी को चुनाव के समय क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी।
अभी भी धारा 144 लागू हुई है और शुक्रवार को जब वह अपने विधानसभा क्षेत्र में जाने की कोशिश कर रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। अब वहां हिंसा में घायल तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता की मौत की सूचना मिलने के बाद नए सिरे से तनाव पसरा हुआ है। इसके साथ ही पंचायत चुनाव में 37 दिनों के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर 53 हो गई।