बलरामपुर : उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना की आग अभी बुझी नहीं कि राज्य के बलरामपुर जिले में अनुसूचित जाति की एक महिला के साथ दो युवकों ने दुष्कर्म किया और अस्पताल ले जाते समय पीड़िता की मौत हो गई। बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने कहा कि घटना जिले के गैसड़ी क्षेत्र में हुई जहां 22 वर्षीय दलित लड़की एक निजी कंपनी में काम करती थी।
मंगलवार की शाम जब वह समय पर घर नहीं पहुंची तब उसके माता पिता ने उसकी तलाश शुरू की। पुलिस ने कहा कि लड़की के माता- पिता ने बताया कि लड़की बाद में एक ऑटो रिक्शा से घर पहुंची। वर्मा ने कहा कि लड़की की हालत गंभीर थी और उसके माता पिता उसे अस्पताल ले जाने लगे लेकिन रास्ते में लड़की की मौत हो गई।
उन्होंने ने कहा कि अस्पताल से मामले की सूचना पुलिस को मिलने के बाद माता- पिता ने आरोप लगाया कि लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने शाहिद और साहिल नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित युवती की मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। ऊंची जाति के चार लोगों ने उसके साथ एक पखवाड़ा पहले दुष्कर्म किया था। हालत बिगड़ने के बाद उसे सोमवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
14 सितंबर को, पीड़िता के गर्दन में पड़े दुपट्टे से एक खेत में उसे खींचा गया, जब वह पशुओं का चारा लेने गई थी, जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई। जब उसका गला घोंटने की कोशिश की गई तो उसने अपनी जीभ को दांतों से जोर से काटा जिससे जीभ पर गहरा जख्म हो गया था।