तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : नारों में सब पढ़ें – सब बढ़े की भावना जितनी लोकलुभावन प्रतीत होती है , व्यवहार में इसकी राह उतनी ही कठिन है। हालांकि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी इस दिशा में पहल करने वालों की कोई कमी नहीं है। ऐसी ही एक पहल खड़गपुर के खरीदा में देखने को मिली है। जहां कुछ शिक्षा प्रेमियों व जागरूक लोगों ने श्रमजीवी पाठशाला शुरू की है। जतीन मित्रा स्मृति रक्षा समिति के तत्वावधान में चलने वाली इस पाठशाला को कुछ अवकाश प्राप्त शिक्षक चला रहे हैं।
पाठशाला के परिचालन के पीछे मूल भावना ‘ केऊ पोड़बे, केऊ पोड़बे ना, आर होबे ना है। यानि कोई पढ़ेगा कोई नहीं , यह अब होगा नहीं। इस पाठशाला में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे गरीब परिवारों के हैं। केवल पांच बच्चों को लेकर पाठशाला शुरू हुई थी, फिलहाल छात्रों की संख्या तीस पहुंच चुकी है। बच्चों को पढा़ने का उद्देश्य यही है कि समाज में कोई भी शिक्षा की रोशनी से वंचित न रह जाए। शिक्षकों में असीम राय चौधरी, समीर घोष और शालिनी राय शामिल हैं । जतीन राय स्मृति रक्षा समिति के पदाधिकारियों ने उन सहृदयी लोगों का आभार व्यक्त किया जो पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चों के लिए आवश्यक पाठ्य सामगर्ी शिक्षकों के माध्यम से दानस्वरूप दे जाते हैं ।