वाशिंगटन। मंगलवार की दोपहर को हुई इमरान खान की गिरफ़्तारी के बाद से ही पाकिस्तान में जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। लोग आगज़नी कर रहे हैं। यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। इसको देखते हुए रातोंरात इमरान ख़ान को इस्लामाबाद स्थित पुलिस लाइन के मुख्यालय में ट्रांसफ़र कर दिया गया। मुख्यालय को सब-जेल में बदल दिया गया है। नैब की कोर्ट सुनवाई भी गेस्ट हाउस में करेगी। इस बीच इस मामले में अब अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केरिन जेन-पियरे ने कहा है किअमेरिका को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ़्तारी की जानकारी है। 9 मई को हुई प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल पर उन्होंने कहा, “हमने पहले भी कहा है कि अमेरिका किसी भी राजनीतिक उम्मीदवार या पार्टी का समर्थन नहीं करता है। हम दुनिया भर में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन के सम्मान की मांग करते हैं।
बुधवार को नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो यानी नैब की अदालत गेस्ट हाउस में ही भारी सुरक्षा के बीच लगाई जाएगी। यहीं पर इमरान ख़ान को पेश किया जाएगा। माना जा रहा है कि नैब इमरान ख़ान की 14 दिन की हिरासत मांग सकता है।इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने देर रात इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी को वैध करार दिया। तहरीक-ए-इंसाफ के नेता फ़वाद चौधरी ने हाईकोर्ट के फ़ैसले को हैरान करने वाला बताया है और कहा कि इस फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।