अलीपुद्वार (न्यूज़ एशिया): जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान में हथिनी ने एक शावक को जन्म दिया, जिसको लेकर राष्ट्रीय उद्यान के कर्मचारी काफी खुश हैं, कर्मचारी उसको देखभाल कर रहे है। आपको बता दें कि सितंबर 2020 में एक कमज़ोर और बीमार बीयर को बचाया गया था।
कोडालबस्ती रेंज के कर्मचारियों ने उसे तोर्षा नदी में बहते हुए देखा था और वहीँ से उसे बचाया गया था। उस समय भालू की माँ और उसका झुंड नहीं था। बाद में जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान की टीम ने उसका एक बच्चे की तरह देखभाल किया। शुरुआती दिनों में उसे लैक्टोजेन दूध और फल दिए गए। बाद में उसे कठोर खाद्य पदार्थ दिया गया।
चेरोन सुब्बा ने बताया कि इसी प्रकार से एक बछड़े की देखभाल करना। वर्तमान में उसकी देखभाल रोहित इस्लाम कर रहे हैं। आज वह बचाए गए बछड़ों में सबसे सक्रिय बछड़ों में से एक है। अब वह स्वस्थ और तंदुरुस्त है। अब हथिनी के बच्चे की देखभाल की जा रही हैं। ये कार्य जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान के कर्मचारियों संरक्षण प्रयासों के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
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