कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एडिनोवायरस काफी तेजी से अपना पांव फैला रहता है। अबतक 115 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में यह काफी चिंता का विषय बना हुआ है। खबरों की मानें तो 18 फरवरी तक कोलकाता में कुल 115 लोग इस वायरस की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इसमें गंभीर स्थिति (सांस लेने में परेशानी) की वजह से 22 लोगों को आईसीयू/एचडीयू में भर्ती कराया गया है, जिसमें 5 बच्चे भी शामिल हैं।
एडिनोवायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 19 फरवरी को सभी जिलों के लिए इस बीमारी से बचने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। आइए जानते हैं इस विषय के बारे में विस्तार से- यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, एडिनोवायरस एक ऐसा वायरस है, जिसकी वजह से मरीजों को सांस लेने में परेशानी, हल्की सर्दी या फ्लू (Adenovirus Symptoms) जैसी समस्या हो सकती है।
एडिनोवायरस के सामान्य लक्षण – Common Symptoms of Adenovirus
एडिनोवायरस वायरस के लक्षण काफी आम होते हैं, जैसे-
- 3 दिनों से अधिक समय तक लगातार बुखार रहना
- खांसी और गले में खराश की समस्या होना।
- नाक बहना
- दस्त, मतली और उल्टी होना
- शरीर में दर्द रहना
- तेजी से सांस चलना
- सांस लेने में परेशानी, इत्यादि लक्षण दिख सकते हैं।
एडिनोवायरस का किन लोगों को है अधिक खतरा? – Risk Factor of adenovirus
एडिनोवायरस की चपेट में कोई भी आ सकता है, लेकिन शहर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने के लिए कहा हैं, जिनका इसी तरह की बीमारी का पारिवारिक इतिहास रहा है। इसके अलावा, छोटे बच्चों को भी इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है। खासतौर पर जो छोटे पहले से बीमार रहते हैं, जैसे- समय से पहले जन्म, जन्म के समय कम वजन, जन्मजात हृदय रोग, पुरानी सांस की बीमारी, तंत्रिका संबंधी विकलांगता, गुर्दे की बीमारी, कुपोषण और प्रतिरक्षा में कमी से ग्रसित बच्चों को इसका खतरा अधिक रहता है।