काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) में हालात बेकाबू हो गए हैं। तालिबान (Taliban) के लड़ाकों ने एक हफ्ते के अंदर 9 बड़े शहरों पर कब्जा कर लिया है। तालिबान ने कंधार जेल तोड़कर अपने राजनीतिक कैदियों को भी निकाल चुका है। कई सरकारी संपत्तियों पर अब तालिबान का कब्जा हो चुका है। इस बीच राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) मदद के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। टोलो न्यूज के मुताबिक, राष्ट्रपति गनी ने उत्तरी शहर मज़ार-ए-शरीफ के लिए उड़ान भरी।
यहां उन्होंने अफगान नेता मोहम्मद नूर और अब्दुल राशिद दोस्तम के साथ शहर की रक्षा के बारे में चर्चा की। मज़ार-ए-शरीफ अफगानिस्तान का चौथा सबसे बड़ा शहर है। तालिबान का अगला टारगेट यही शहर है। भारत ने यहां से अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया है और अपने नागरिकों को देश छोड़ने की अपील की है।
स्थानीय समाचार चैनल ‘अरियाना न्यूज’ ने बताया कि मजार-ए-शरीफ में गनी ने अपने सहयोगी मोहकिक और हमदर्द के साथ मार्शल अब्दुल राशिद दोस्तम और अत्ता मोहम्मद नूर समेत विभिन्न राजनीतिक और जिहादी नेताओं से मुलाकात की। बैठक के दौरान, उत्तरी प्रांतों की स्थिति पर चर्चा हुई। तालिबान ने यहां कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है। मजार में एक सुरक्षा बैठक भी हुई, जिसकी अध्यक्षता गनी ने की। गनी अफगानिस्तान में सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी हैं।