कोलकाता/नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने रविवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी20 रात्रिभोज में शामिल होने के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले पर सवाल उठाया। पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी ने इस कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति पर यह तर्क देते हुए आपत्ति जताई कि इससे नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ ममता का रुख कमजोर होगा। उन्होंने कहा, “यदि वह रात्रिभोज में शामिल नहीं होती तो कुछ नहीं होता। आसमान नहीं गिरेगा। महाभारत अशुद्ध नहीं होता। कुरान अशुद्ध नहीं होता।”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि क्या तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो के कार्यक्रम में भाग लेने का कोई अन्य कारण था। चौधरी ने कहा, “खाने की मेज पर बंगाल की मुख्यमंत्री के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी थे!” बनर्जी शुक्रवार को दिल्ली गयी थीं, जबकि अगले दिन डिनर पार्टी रखी गई थी।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उनकी उड़ान शनिवार के लिए निर्धारित थी, लेकिन दिल्ली और उसके आसपास उड़ान संचालन के नियमों के कारण इसे शुक्रवार दोपहर के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था। चौधरी ने यह भी कहा कि कई गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों ने रात्रिभोज कार्यक्रम में भाग लेने से परहेज किया लेकिन ममता बनर्जी जल्दबाजी में दिल्ली पहुंचीं।उन्होंने कहा, “देश के कई मुख्यमंत्रियों ने रात्रि भोज के निमंत्रण का बहिष्कार किया है।
संसद में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया है। यह कैसा आकर्षण था कि वह पहले दिल्ली पहुंच गयीं।” बिहार के नीतीश कुमार, झारखंड के हेमंत सोरेन और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी विपक्षी दलों के राज्य नेताओं में से थे, जिन्होंने इस भव्य कार्यक्रम में भाग लिया। वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के अशोक गहलोत, ओडिशा के नवीन पटनायक और दिल्ली के अरविंद केजरीवाल विपक्षी दलों के उन नेताओं में शामिल थे जो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।