कूचबिहार पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापने देने पहुंचे एबीवीपी कार्यकर्ता धरने पर बैठे

कूचबिहार। एबीवीपी ने नाबालिग से दुष्कर्म व हत्या के मामले में सजा की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। एबीवीपी के आंदोलन को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में काफी तनाव फैल गया। जब एबीवीपी समर्थक पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे तो बड़ी संख्या में पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया।

एबीवीपी समर्थक वहीं धरने पर बैठ गए। एबीवीपी समर्थकों ने पुलिस अधीक्षक से मिलने के लिए दोपहर 2 बजे तक की समय सीमा तय की। लेकिन समय सीमा बीत जाने के बाद भी आंदोलनकारियों की पुलिस अधीक्षक से मुलाकात नहीं हो सकी। अंत में एबीवीपी सदस्यों ने वहां अपना ज्ञापन जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।

नाबालिक की दुष्कर्म व हत्या के विरोध में एसएफआई और ऑल इंडिया डीएसओ ने किया हड़ताल

कूचबिहार। एसएफआई और ऑल इंडिया डीएसओ द्वारा आज छात्र हड़ताल का आह्वान किया गया है। कूचबिहार के खापईडांगा ग्राम पंचायत क्षेत्र में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में, दोषियों के लिए अनुकरणीय सजा की मांग को लेकर पूरे कूचबिहार जिले में छात्रों ने हड़ताल कर दिया है। संगठन ने आज सुबह से ही कूचबिहार में स्कूलों के सामने धरना शुरू कर दिया है। प्रवेश द्वार पर पार्टी के झंडे और पोस्टर लगाये गये।

आंदोलनकारियों ने कहा कि तृणमूल और भाजपा शासन में कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है। बलात्कार और हत्याएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर छात्रों का यह धरना आयोजित किया गया है। उल्लेखनीय है कि, 18 जुलाई को कूचबिहार के खापईडांगा ग्राम पंचायत क्षेत्र के निवासी पर 14 वर्षीय लड़की के साथ दुष्कर्म का आरोप सामने आया। वह स्थानीय शाहजहां हाई स्कूल की 9 वीं कक्षा की छात्रा थी।

लड़की की बुधवार को एमजेएन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर एसएफआई और डीएसओ ने बुधवार को अलग-अलग जगहों पर अभियान चलाकर सभी स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थानों को बंद कराया। आज सुबह छात्रों की हड़ताल के समर्थन में शहर में रैली भी निकली।

कूचबिहार में छात्र हड़ताल का व्यापक पभाव पड़ा, लगभग सभी स्कूल रहे बंद

कूचबिहार। छात्रों की हड़ताल का दिनहाटा में रोजमर्रा की जिंदगी पर काफी असर पड़ा। अधिकांश स्कूल बंद रहे। हड़ताल के कारण दिनहाटा में कई स्कूल नहीं खुले। दिनहाटा हाई स्कूल, दिनहाटा गर्ल्स हाई स्कूल के गेट पर लटका दिखा एसएफआई, डीवाईएफआई का झंडा। तृणमूल छात्र संघ नेतृत्व ने दिनहाटा हाई स्कूल के सामने आकर हड़ताल का समर्थन कर रहे छात्र संघ का झंडा खोलने की कोशिश की। हालांकि दोनों पक्षों की बातचीत से समस्या का समाधान हो गया।

तृणमूल छात्र परिषद के नेता अमीर आलम ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि आरोपियों को कड़ी सजा मिले लेकिन इसे लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। दूसरी ओर, एसएफआई नेतृत्व का कहना है कि हम राजनीति से ऊपर हैं, इसलिए हम सिर्फ हड़ताल के जरिए नहीं, बल्कि संगठनात्मक तौर पर उन्हें सजा देना चाहते हैं, ताकि कोई ऐसी घटनाओं का फिर से शिकार ना बने। कुल मिलाकर इस दिन हड़ताल को लेकर दिनहाटा के विभिन्न स्कूलों में हड़ताल समर्थकों को धरना देते देखा गया। बाद में पुलिस आई 11:15 बजे तक धीरे-धीरे सभी प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया।

कूचबिहार छात्रा के साथ भयावह घटना में दोषियों की गिरफ्तारी की मांग में एबीटीए ने जलपाईगुड़ी डीआई कार्यालय को सौंपा ज्ञापन

जलपाईगुड़ी। एबीटीए ने कूचबिहार में हुई भयावह घटना के विरोध में जलपाईगुड़ी डीआई कार्यालय को एक ज्ञापन प्रदान किया। बताया जा रहा है कि कूचबिहार जिले के शाहजहानुद्दीन हाई स्कूल की 9 वीं कक्षा की छात्रा का बदमाशों ने अपहरण कर लिया और उसे बेरहमी से प्रताड़ित किया। इसके बाद छात्र को गंभीर हालत में 23 जुलाई को कूचबिहार मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुधवार को छात्र की मौत हो गई।

निखिल बंग शिक्षक संघ की जलपाईगुड़ी जिला शाखा की ओर से गुरुवार को इस जघन्य घटना के विरोध में जलपाईगुड़ी जिला निरीक्षक (माध्यमिक) को एक ज्ञापन सौंपा और दोषियों को सजा देने की मांग की। इसके साथ ही शिक्षा विभाग की पहल पर जिले के हर स्कूल में सामाजिक जागरूकता कार्यशाला आयोजित करने की मांग की गयी।

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