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कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की हालिया सिर में गोली मारने वाली टिप्पणी एक शासक के अहंकार का प्रतिबिंब है। भाजपा के राज्यसभा सांसद बृज लाल ने यह दावा किया। बृज लाल पार्टी के उस पांच सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य हैं, जो 13 सितंबर को राज्य सचिवालय नबन्ना तक भाजपा के मार्च के दौरान पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कथित पुलिस अत्याचारों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए शनिवार को पश्चिम बंगाल पहुंची।
नवान्न तक भाजपा के मार्च के दौरान स्थिति को संभालने में पुलिस द्वारा दिखाए गए धैर्य की प्रशंसा करते हुए अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि अगर वह पुलिस की जगह होते तो तोड़फोड़ करने वाले गुमराहों को सिर में गोली मार देते। अभिषेक बनर्जी ने कहा था, मैं एसीपी देवजीत चट्टोपाध्याय को इस तरह के धैर्य दिखाने के लिए सलाम करता हूं। अगर मैं उनकी जगह पर होता, तो पुलिस की गाड़ी में आग लगने के बाद, मैं बदमाशों के सिर में गोली मार देता।
शनिवार की सुबह भाजपा की तथ्यान्वेषी टीम के सदस्यों ने सबसे पहले कलकत्ता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जाकर वहां भर्ती घायल भाजपा कार्यकर्ताओं से बातचीत की। मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए, बृजलाल ने अभिषेक बनर्जी के सिर में गोली मारने वाली टिप्पणी के लिए उन पर तीखा हमला किया।
उन्होंने कहा, इस तरह की टिप्पणियां शासक के अहंकार को दशार्ती हैं। हालांकि, लोग इस तरह के अहंकार को बर्दाश्त नहीं करेंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी पार्टी को मुंहतोड़ जवाब देंगे। बाद में, तथ्यान्वेषी दल के एक अन्य सदस्य और भाजपा के लोकसभा सदस्य राज्यवर्धन सिंह राठौर ने मीडियाकर्मियों से कहा कि अगर केंद्र सरकार को हल्के में लिया गया तो पश्चिम बंगाल सरकार सबसे बड़ी गलती करेगी।