कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अभिषेक बनर्जी कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में कोलकाता में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष पेश हुए। इसके पहले, अभिषेक बनर्जी ने सीबीआई को चुनौती दी कि यदि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार या कदाचार का कोई सबूत है तो वह उन्हें गिरफ्तार करे। सीबीआई ने स्कूली शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में बनर्जी को शनिवार को एजेंसी के कोलकाता स्थित कार्यालय में पेश होने को कहा है।
टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी का बचाव करते हुए दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जांच एजेंसियों का उपयोग करके उनकी पार्टी के सहयोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को निशाना बना रही है। ममता ने भाजपा को सत्ता से हटाने का संकल्प लिया।
ममता बनर्जी ने कहा, “भाजपा हमारी पार्टी और मेरे परिवार में सबके पीछे पड़ी है, लेकिन हम उससे नहीं डरते … सीबीआई को अभिषेक को पेश होने के लिए कुछ समय देना चाहिए था क्योंकि यह ज्ञात है कि वह 25 अप्रैल से जनसंपर्क अभियान का नेतृत्व करने में व्यस्त हैं।”
बनर्जी ने कहा, “जब तक केंद्र से भाजपा को बाहर नहीं किया जाता, तब तक इसके अत्याचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।” इससे पहले सीबीआई अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बनर्जी को एक पत्र भेजकर यहां निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय में जांच में शामिल होने को कहा गया है।
उन्होंने बाकुंड़ा में शुक्रवार को एक रैली में कहा, ‘‘मैं सीबीआई को चुनौती देता हूं कि यदि उनके पास मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई सबूत है तो वह मुझे गिरफ्तार करें। वे पिछले कई साल से बंगाल में कई मामलों की जांच कर रहे हैं। यदि उनके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत है तो उन्हें मुझे गिरफ्तार करना चाहिए।” उन्होंने कहा कि वह आज शाम कोलकाता लौट जाएंगे।