उत्तर दिनाजपुर। इस्लामपुर के बागी विधायक अब्दुल करीम चौधरी ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की अखिल भारतीय अध्यक्ष ममता बनर्जी की बैठक का बहिष्कार किया। पंचायत चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कालीघाट में राज्य के सभी विधायकों, सांसदों, जिला अध्यक्षों और अध्यक्षों के साथ बैठक बुलाई। उस बैठक में उन्हें पार्टी के किसी भी जाने-माने नेता ने नहीं बुलाया।
एक अजनबी ने उसे फोन कर शुक्रवार की मुलाकात की जानकारी दी। उसने फोन नहीं उठाया। उनके बेटे इमदाद चौधरी ने फोन उठाया और अपनी राय दी। करीम चौधरी ने अफसोस जताते हुए कहा कि पचास साल विधायक रहने के बाद सुब्रत बख्शी से उन्हें सुनना पड़ा की व्यक्ति बड़ा नहीं है पार्टी बड़ी है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस्लामपुर में उनके विरोधी लोगों को पार्टी के नेतृत्व में लाया जा रहा है। जब उन्होंने बदलाव का प्रस्ताव रखा तो सुब्रत बख्शी ने इस्तीफे की पेशकश की। उन्होंने सुब्रत बख्शी को बेलगाम आदमी कह दिया। करीम चौधरी ने आरोप लगाया कि उन्होंने चार-पांच साल से मुख्यमंत्री से बात नहीं की है।