कोलकाता: वर्ष 1971 वह ऐतिहासिक वर्ष था जब बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश के रूप में अस्तित्व में आया। इस स्वतंत्रता संग्राम में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसके कारण 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसी उपलक्ष्य में, बांग्लादेश के हालातों के बावजूद, 53वें विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए बांग्लादेशी सैन्य अधिकारियों और मुक्ति योद्धाओं का एक नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार शाम को कोलकाता पहुंचा।
यह प्रतिनिधिमंडल भारतीय सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय, फोर्ट विलियम में आयोजित वार्षिक विजय दिवस समारोह में भाग लेगा।
बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे को लेकर कुछ अटकलें थीं, लेकिन भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा कर इन अटकलों को खारिज कर दिया।
पिछले कई वर्षों से बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल 16 दिसंबर को भारतीय सेना के विजय दिवस समारोह में भाग लेता आ रहा है, जिसमें बांग्लादेश मुक्ति योद्धा, उनके परिवार के सदस्य और बांग्लादेश के सैन्य अधिकारी शामिल होते हैं।
हालांकि, इस बार बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल का आकार घटकर सिर्फ नौ सदस्यीय रह गया है, जबकि पिछले वर्षों में यह संख्या 70-72 तक होती थी। बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद अनिनूर रहमान कर रहे हैं।
कोलकाता पहुंचने पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत भारतीय सेना के अधिकारियों ने किया। सोमवार को फोर्ट विलियम में विजय स्मारक पर सुबह सबसे पहले 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इस समारोह में भारतीय सेना के दिग्गज अधिकारियों और बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य शामिल होंगे।
हालांकि, बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भारतीय मीडिया से बात नहीं करेंगे, क्योंकि उनके लिए इस संबंध में कोई अनुमति नहीं दी गई है। मीडिया से बातचीत के लिए पहले भारतीय विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय से अनुमति प्राप्त करनी होगी।
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